05-Dec-2014 08:39 AM
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निर्देशक रेंसिल डिसिल्वा की फिल्म उंगली सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई। यह फिल्?म भ्रष्?टाचार को केंद्र में रखकर बनाई गई है। फिल्म का निर्माण करण जौहर की च्धर्मा प्रोडेक्शनज् के बैनर तले हुआ है। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बॉलीवुड में पहले भी कई फिल्में बन चुकी हैं और अब फिल्म उंगली भी इसी कडी में जुड गई है। फिल्म उंगली पिछली फिल्मों की तुलना में काफी अलग है। भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या है और इस समस्या का विरोध करने के लिए रेंसिल ने अपनी फिल्म के जरिए एक नया तरीका पेश किया है जो पंसद आ सकता है।
ब्योमकेश बख्शी में 1943 के कोलकाता का दोबारा सृजन करना चुनौती थी : दिबाकर
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक दिबाकर बनर्जी ने कहा कि 1940 के दशक के कोलकाता की पृष्ठभूमि में बन रही उनकी आगामी फिल्म डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शीÓ के लिए उस युग के शहर का फिर से सृजन करना उनके लिए चुनौती थी। फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत डिटेक्टिव ब्योमकेशÓ की भूमिका निभा रहे हैं जबकि आनंद तिवारी और बांग्ला अभिनेत्री स्वास्तिक मुखर्जी अन्य महत्वपूर्ण किरदार निभा रहे हैं।
दिबाकर ने कहा, ब्योमकेश बख्शीÓ मेरे कॅरियर की सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण फिल्म है। (तत्कालीन कलकत्ता) का फिर से सृजन करना चुनौतीपूर्ण कार्य था क्योंकि उसी वक्त कोलकाता पर जापान ने बमबारी की थी। हमने सड़क, ट्राम्स और उस युग के प्रसिद्ध चाइना टाउन का दोबारा सृजन किया। इन सबकी आवश्यकता फिल्म का चित्रण वाकई विश्वसनीय तरीके से करने के लिए थी। 1940 के समय के कलकत्ता का दोबारा सृजन करने के लिए दिबाकर को काफी शोध करना पड़ा। उन्होंने कहा, इस पर मैंने दो साल तक शोध कार्य किया। मैंने उस समय की बेहतर समझ के लिए कई पुस्तकें पढ़ी हैं। मैंने कई लोगों से भी बातचीत की जो उस समय के शहर को याद करते हैं। मैंने 1000 तस्वीरों के जरिए शोध किया।
