17-Sep-2014 05:57 AM
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यदि कोई फिल्मों में काम करते-करते वैश्यावृत्ति के धंधे में उतर आए तो इसे फिल्म जगत का और इस पृूरी व्यवस्था का काला धब्बा ही माना जाएगा। कभी अपने अभिनय के लिए राष्ट्रीय पुरुस्कार

जीतने वाली बंगाली अभिनेत्री श्वेता बसु प्रसाद को जब हैदराबाद के बंजारा हिल्स इलाके की एक मशहूर होटल से रंगे हाथों पकड़ा गया तो छाया लोक की एक नंगी सच्चाई बेनकाब हो गई। श्वेता को पकडऩे के लिए इससे पहले भी एक जाल बिछाया गया था जिसमें एक स्टिंग ऑपरेशन में श्वेता कथित रूप से हमबिस्तरी करने के एवज में 3 लाख रुपए की मांग कर रही है जिसमें से 1 लाख रुपए सीधे दलाल के पास पहुंचने वाले थे। अपनी गिरफ्तारी के बाद श्वेता ने ऐसा कहा कि वह मजबूरी में ऐसा कर रही है और ऐसा करने वाली वह अकेली नहीं है कई अभिनेत्रियां इस धंधे में हैं। यह एक कठोर सच्चाई है कि बॉलीवुड या किसी भी फिल्म जगत में असफल होने के बाद अभिनेत्रियां उन हालातों के आगे विवश हो जाती हैं जिसके चलते उन्हें इस धंधे में धकेला जाता है। कुछ परिवार बसाकर सम्मान की जिंदगी का रास्ता चुन लेती हैं लेकिन कुछ का दुर्भाग्य उन्हें इस रास्ते पर धकेल देता है। विलासिता पूर्ण जीवन की चाह और अकूत दौलत की आदत कई प्रतिष्ठित अभिनेत्रियों को भी समझौते के लिए विवश कर देती है। ऐसी कई अभिनेत्रियां पिछले एक दशक में गिरफ्तार हो चुकी हैं।
अक्टूबर 2009 में लोकप्रिय तमिल अभिनेत्री भूवनेश्वरी के पड़ोसियों ने चेन्नई पुलिस को सूचना दी की इनके घर रात-रात में लोगों का आना जाना लगा रहता है। पुलिस ने नकली ग्राहक बनाकर उसके घर भेजा जहां कमरे में पहले से दो अन्य मॉडल मौजूद थीं। इसके बाद पुलिस ने छापा मारकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में पता चाला कि तमिल अभिनेत्री भूवनेश्वरी अपने इस सेक्स रैकेट में कॉलीवुड और टॉलीवुड की अभिनेत्रियों को शामिल कर रखा था। तमिल की ही एक और अभिनेत्री ऐश अंसारी को जोधपुर पुलिस ने एस्कॉर्ट सर्विस की आड़ में एक सेक्स रैकेट को चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया। नवंबर 2013 में ऐश अंसारी को उसके तीन पुरुष साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस को जांच में पता चला कि अभिनेत्री ऐश अंसारी कथित तौर पर देश भर के प्रमुख शहरों में ग्राहकों के लिए सेक्स सेवाओं की पेशकश करती थी। इंटरनेट के माध्यम से उसका सेक्स कारोबार संचालित होता था। कुछ दिन पहले एक फिल्म आई थी च्लाइफ की तो लग गईज्। इसी फिल्म से बॉलीवुड में करियर की शुरुआत करने वाली बंगाली अभिनेत्री मिष्टी मुखर्जी को मुंबई पुलिस ने जिस्मफरोशी के आरोप में पकड़ा। पुलिस के छापे में मिष्टी दिल्ली के एक फैशन डिजाइनर राकेश कटोरिया के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ी गईं। ओशिवारा स्थित मीरा टावर की 15वीं मंजिल पर स्थित उनके आलीशान फ्लैट से अश्लील फिल्मों की करीब एक लाख सीडी और डीवीडी भी बरामद हुई थी।
पुलिस ने मिष्टी के पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया क्योकि मिष्टी के इस धंधे में उसका पूरा परिवार शामिल था। मीरा टावर में करीब 70 आइएएस और आइपीएस अफसरों के फ्लैट हैं। यह बिल्डिंग पहले भी हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट को लेकर सुर्खियों में रही है। इसी कड़ी में एक और लोकप्रिय अभिनेत्री यमुना का नाम आता है जिसे जनवरी, 2011 में बंगलौर में वि_ल माल्या रोड पर स्थित आईटीसी रॉयल गार्डेनिया में एक सेक्स रैकेट में उसकी कथित संलिप्तता के मामले में गिरफ्तार किया गया। अभिनेत्री यमुना के ग्राहक मुंबई और दिल्ली से यहां के फाइव स्टार होटल में आते थे और उसके साथ-साथ कई अन्य मॉजलों के साथ रातें रंगीन करते थे।
केंद्रीय अपराध शाखा ने इस छापे में आठ लड़कियों और ग्राहक नंदकुमार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने वहां से दो कारों को जब्त किया जिसमें भारी मात्रा में रुपए भी थे। वह रूपए अभिनेत्री को भुगतान के लिए देना था। तेलुगू धारावाहिकों की मशहूर हिरोइन श्रवनी को अक्टूबर 2013 में एक हाइप्रोफाइल सेक्स रैकेट में रंगे हाथों पकड़ा गया था। विशेष आपरेशन टास्क फोर्स ने मकान नंबर 203 पर छापा मारा और श्रवनी को जयराज स्टील कंपनी के मालिक संजन कुमार गोयनका के साथ रंगे हाथों पकड़ा। टास्क फोर्स ने उनके पास से लगभग 2 लाख रूपए भी जब्त कर लिया। तेलुगू अभिनेत्री सायरा बानो और ज्योति को एक सेक्स रैकेट में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया था। 23 अगस्त 2010 को, हैदराबाद पुलिस ने स्प्रिंग स्वर्ग अपार्टमेंट में इस रैकेट का भंडाफोड़ किया। दक्षिण भारतीय अभिनेत्री किन्नरा को सेक्स ब्रोकर की भूमिका के लिए आरोपित किया गया था।
इसका खुलासा एक न्यूज चैनल के स्टिंग में किया गया। बताया जाता है कि प्रोडयूसर्स और डायरेक्टर्स को प्रलोभन देकर किन्नरा ने फिल्मों में कई रोल हथियाए। दक्षिण की एक और अभिनेत्री को जिस्मफरोशी में लिप्त होने के चलते पकड़ा गया। निहारिका ने कुछ फिल्मों में जूनियर आर्टिस्ट के रूप में काम किया। निहारिका
एक ज्वैलर के साथ रंगे हाथों पकड़ी गई
थी। निहारिका ने बताया कि ज्वैलर ने उसे फिल्मों में काम दिलाने का भरोसा दिलाया
था। उसका कहना था कि वह सेक्स रैकेट से इसलिए जुड़ी थी कि उसको फिल्मों के ऑफर मिलते रहें।
क्या है मजबूरी जो जिस्म बेचना जरूरी
फिल्मों में असफल नायिकाओं ने देह व्यापार का रास्ता पकड़ा है। इसके पीछे उनकी आर्थिक मजबूरियों का योगदान हो सकता है, लेकिन सच तो यह है कि विलासिता पूर्ण जीवन जीने की चाहत इन नायिकाओं को इस अनैतिक धंधे में धकेल रही है पर इस पूरे कांड का एक पहलू यह भी है कि इन नायिकाओं का दाम लगाने वाले छोटे-मोटे लोग नहीं है। बल्कि हमारे समाज के ही कुछ सफेद पोश है। जिनके काले कारनामों का पर्दाफाश इसलिए नहीं हो पाता क्योंकि वे मोटी रकमें देकर अपनी जान छुड़ा लेते हैं। श्वेता प्रसाद के मामले में भी स्टिंग ऑपरेशन श्वेता का ही किया गया। यदि श्वेता की बजाए उसे खरीदने वाले कुछ सफेद पोश ग्राहकों को इस स्टिंग ऑपरेशन के द्वारा सामने लाया जाता तो समाज का भला भी हो सकता था। बहरहाल श्वेता और उनके ही जैसी तमाम अभिनेत्रियों का यह हश्र चिंतनीय है। श्वेता एक काबिल अभिनेत्री है। उसने यह राह क्यों चुनी यह जानना वाकई दिलचस्प होगा। फिलहाल तो पुलिस आए दिन ऐसी अभिनेत्रियों का भंडाफोड़ कर रही है। श्वेता के बाद एक अन्य अभिनेत्री की काली करतूतें भी सामने आई है।
-Ritendra Mathur