25-Aug-2014 10:04 AM
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मुंबई के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी डीआईजी सुनील पारस्कर को एक मॉडल इसलिए फंसाना चाहती थी क्योंकि उसे पब्लिसिटी प्राप्त करना था और यह पब्लिसिटी बिग बॉस जैसे रियलिटी शो के लिए उस मॉडल का मार्ग प्रशस्त कर सकती थी। आगे बढऩे की चाह में मॉडल जैसी पेशेवर किस हद तक गिर सकती है यह इस घटना ने उजागर किया है। दरअसल इस मॉडल ने पारस्कर पर बलात्कार का आरोप लगाया था। लेकिन जब मॉडल ने अपने पूर्व वकील रिजवान सिद्धीकी को बताया कि वह यह सब पब्लिसिटी के लिए कर रही है तो सिद्धीकी ने मॉडल का केस लडऩे से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने पुलिस को बतौर सबूत वह सीसीटीवी फुटेज व बातचीत के ऑडियो टेप सहित इंटरनेट चैटिंग और मैसेज का ब्यौरा उपलब्ध कराया है जिसमें मॉडल साफ-साफ कह रही है कि उसे डीआईजी को लेकर विवाद खड़ा करना है क्योंकि उसे एक रियलिटी शो का हिस्सा बनना है। मॉडल ने अपने वकील से यह भी कहा कि वह पुलिस अधिकारी को बदनाम करना चाहती है। रिजवान सिद्दीकी के मुताबिक, आरोप लगाने वाली मॉडल का ऐसा कहना था कि वह जहां भी काम के लिए जाती है, पूनम पाण्डेय उसकी प्रतिद्वंद्वी होती है। दोनों के क्लाइंट एक ही हैं और उसे ऐसा लगता था कि उस रिऐलिटी शो में उसकी जगह कहीं वह न चली जाए। गौर करने वाली बात है कि पूर्व वकील के साथ कथित बातचीत में कहीं भी मॉडल ने बलात्कार या छेड़छाड़ का जिक्र नहीं किया है। रेप का आरोप लगने के बाद महाराष्ट्र पुलिस मुख्यालय में तैनात डीआईजी सुनील पारस्कर का कुछ दिन पहले ही शिवसेना ने भी बचाव किया था और अब इस मामले में कई नए एंगल सामने आए हैं। वकील रिजवान सिद्दीकी मॉडल को ढाई साल से जानते हैं। जब पुलिस ने शिकायतकर्ता मॉडल के पूर्व वकील रिजवान सिद्दीकी से ये पूछा कि वह इतने दिन चुप क्यों रहे, तो उन्होंने कहा, जब हम पारस्कर की ओर से नोटिस के जवाब का इंतजार कर रहे थे उसी दौरान मेरी मुवक्किल ने अपना आरोप पूरी तरह से बदल दिया। इसके बाद मैंने उससे कह दिया कि मैं उसका केस नहीं लड़ूंगा। मैंने इसके बाद पुलिस को सूचना दी कि गवाह के तौर पर बयान दर्ज कराना चाहता हूं। इस बारे में मॉडल का कहना है कि उनके वकील ने रिश्वत लेकर इस तरह का बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उनके पूर्व वकील को खरीद लिया गया है। गौरतलब है कि पूनम पांडे खुद एक ऐसी मॉडल और अभिनेत्री रही हैं जो अपने विवादस्पद बयानों और हरकतों से अक्सर सुर्खियां बटोरती रही हैं। देश में टेलीविजन पर दिखाए जाने वाले एक मशहूर रियलिटी शो बिग-बॉसÓ ने पूनम पांडे को दो करोड़ रुपयों में अपने शो का हिस्सा बनने की पेशकश की थी। मॉडल ने पारस्कर पर ये आरोप लगाया है कि नवम्बर 2013 से जनवरी 2014 के बीच पारस्कर ने मुंबई के अपने मड आयलैंड के बंगले और नवी मुंबई के एक फ्लैट पर कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया हैं उसका ये भी कहना है कि अभिनेत्री पूनम पांडे की सुनील पारस्कर के साथ बहुत नजदीकी रिश्ते हैं, इसी वजह से डीआईजी पारस्कर ने उसे प्रताडि़त किया और उसके साथ बलात्कार किया। मॉडल ने पारस्कर और पूनम पांडे पर मिले-जुले होने का आरोप लगते हुए ये भी कहा कि डीआईजी पारस्कर ने अपने और उस मॉडल के बीच की बात-चीत से जुड़े ईमेल और एसएमएस भी पूनम पांडे को भेजे हैं ताकि पूनम उसका उपयोग उस मॉडल को बदनाम करने में कर सके।
क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि प्रथमदृष्ट्या देखे जाने पर पारस्कर के मोबाईल फोन से मॉडल को भेजे गए सैकड़ों एसएमएस बेहद अश्लील लगते हैं। मॉडल के अलावा पारस्कर के मोबाइल सेट भी फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेज दिए हैं ताकि असलियत सामने आ सके। इसके अलावा पुलिस इस केस में अन्य लोगों के अलावा अभिनेत्री पूनम पांडे से भी पूछ-ताछ कर सकती है। इस पूरे मामले को लेकर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुनील पारस्कर का कहना है कि वो पूरी तरह से निर्दोष हैं। शिकायतकर्ता मॉडल उन्हें अपने फायदे के लिए जान-बूझकर फंसाना चाहती है। पारस्कर ने उक्त मॉडल को अपने फ्लैट पर ले जाकर रेप करने के आरोप में सफाई दी है कि वह मॉडल को नवी मुंबई वाला अपना घर किराए पर देने के लिए वहां ले गए थे, क्योंकि मॉडल ने उनसे कहा था कि गोरेगांव की उसकी बिल्डिंग के लोग उसे घूरते रहते थे।
पारस्कर ने ये भी कहा कि मामले में जिस दूसरी मॉडल पूनम पांडे से उनकी नजदीकी की बात कही जा रही है, उसे वे जानते तक नहीं। बलात्कार जैसे अपराध किसी भी तरीके से सभ्य समाज का अंग नहीं हो सकते लेकिन इस मामले में आरोप के साथ-साथ महत्वाकांक्षा के पहलू भी नजर आने लगे हैं। ऐसे में पारस्कर के दोषी होने या न होने का निर्णय तो जांच के बाद ही हो पायेगा लेकिन अगर ऐसे आरोप निजी फायदे और सस्ती लोकप्रियता के लिए लगाये जा रहे हैं तो निश्चित रूप से पूरे समाज के लिए ये चिंता का विषय है।