30-Nov-2012 06:30 PM
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वानखेड़े में मेजबान भारत और इंग्लैंड के विरुद्ध हुए टेस्ट श्रृंखला के दूसरे टेस्ट मैच से पहले भारत के पास 1-0 की बढ़त थी जो अब नहीं है।
मोटेरा में भारतीय टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था जबकि इंग्लैंड की टीम में खामियां दिखीं थी। लेकिन मुंबई में जिस तरह से इंग्लैंड के स्पिनर मोंटी पनेसर और ग्रैम स्वान ने भारतीय बल्लेबाजों को किनारे लगाया, उसने न केवल कुछ दिग्गज बल्लेबाजों के हौसले पस्त किए, साथ ही गेंदबाजों पर दबाव भी बढ़ा दिया है। स्पिनरों को खेलने के विशेषज्ञ माने जाने वाले भारतीय बल्लेबाजों ने मोंटी पनेसर और ग्रैम स्वान के सामने कुछ यूँ घुटने टेके कि इंग्लैंड ने मुंबई टेस्ट में 10 विकेट से जीत हासिल कर ली। भारत की दूसरी पारी के 142 रनों पर सिमटने के बाद इंग्लैंड को सिरीज बराबर करने के लिए सिर्फ 57 रनों की जरूरत थी जो उसने बिना कोई विकेट गंवाए हासिल कर लिया।
इंग्लैंड की दूसरी पारी में निक कॉम्पटन ने 30 और कप्तान एलेस्टर कुक ने 18 रन बनाए जबकि 10 अतिरिक्त रन रहे। मोन्टी पनेसर ने दूसरी पारी में छह विकेट लिए वहीं ग्रैम स्वान को चार विकेट मिले। इस तरह स्पिनरों ने दोनों पारियों में मिलाकर कुल 19 विकेट झटके। एक मात्र बचा हुआ विकेट पहली पारी में जेम्स एंडरसन को मिला था। एंडरसन ने पहली पारी में भारतीय ओपनर गौतम गंभीर को चार रनों पर पगबाधा आउट किया था। दूसरी पारी में भारत की ओर से सिर्फ गंभीर ही टिककर खेल पाए और 65 रन बनाकर स्वान की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हुए। उनके अलावा दहाई का आँकड़ा सिर्फ आर अश्विन ही छू सके जिन्होंने 11 रन बनाए। पनेसर ने इस मैच में कुल 11 विकेट लिए। भारत के बाकी सभी बल्लेबाज इंग्लैंड के स्पिनरों के सामने लडख़ड़ा गए।
दूसरी पारी में सहवाग ने नौ, चेतेश्वर पुजारा ने छह, सचिन तेंदुलकर ने आठ, विराट कोहली ने सात, युवराज सिंह ने आठ, महेंद्र सिंह धोनी ने छह, हरभजन सिंह ने छह और जहीर ख़ान ने एक रन बनाए। प्रज्ञान ओझा छह रह बनाकर नॉट आउट रहे। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी कई बार कह चुके हैं कि भारत में खेलने आने वाली टीमों को स्पिन विकेट पर खेलना चाहिए और ये विकेट भारतीय गेंदबाजों के लिए मददगार होगी। मगर इस बार यही चाल भारत पर भारी पड़ गई। इंग्लैंड के स्पिनरों ने बखूबी इस पिच का इस्तेमाल किया और पहली पारी में जहाँ पनेसर को पाँच विकेट मिले थे तो दूसरी पारी में उन्होंने सिफ 81 रन देकर छह विकेट लिए।