31-Jul-2014 10:33 AM
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ग्लासगो में 20वें राष्ट्रमंडल खेलों के चौथे दिन तक भारत 22 पदक जीत चुका था। अभिनव बिंद्रा, सतीश श्रीलिंगम जैसे खिलाडिय़ों ने भारत को सफलता दिलाई है। लेकिन जितने यात्री हमारी ट्रेनों में

सफर करते हैं उतनी जनसंख्या वाला देश आस्ट्रेलिया राष्ट्रमंडल खेलों की महाशक्ति बना हुआ है। चौथे दिन तक आस्ट्रेलिया ने 24 स्वर्ण, 20 रजत और 22 कांस्य पदकों के साथ 66 पदक जीत लिए थे। इंग्लैंड 21 स्वर्ण, 16 रजत और 15 कांस्य के साथ 52 पदक जीतकर दूसरे स्थान पर बना हुआ है। स्कॉटलैंड ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 11 स्वर्ण, 6 रजत और 11 कांस्य जीतकर मैडल टैली में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। स्कॉटलैंड जैसे छोटे देश का यह बेमिसाल प्रदर्शन कहा जा सकता है। भारत की जनसंख्या और आकार को देखते हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को और भी अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए। इस बार कुछ स्पर्धाओं में भारत को स्वर्ण पदक मिलने की उम्मीद थी लेकिन उसे रजत या फिर कांस्य से संतोष करना पड़ा। भारतीय महिला टेबिल-टेनिस टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। हॉकी टीमों का प्रदर्शन भी इतना अच्छा नहीं रहा। चौथे दिन तक भारत 6 स्वर्ण, 9 रजत और 7 कांस्य पदक जीतने में सफल रहा।