बेसिर-पैर हमशकल
05-Jul-2014 07:04 AM 1234936

इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म हमशकल्सÓ के प्रोमो देखकर लगा था कि यह फिल्म दर्शकों को हंस हंस कर लोटपोट हो जाने पर मजबूर कर देगी लेकिन फिल्म देखने के बाद दर्शक अपना सिर पीटते नजर आएंगे। जो दर्शक सिर्फ बेसिर पैर के मनोरंजन के लिए ही डेविड धवन और साजिद खान की फिल्में देखने के लिए आते हैं वह भी इस बार निराश होंगे क्योंकि कॉमेडी के नाम पर सिर्फ खिझाया गया है। हर पात्र के हमशकल फिल्म में डाल देने से कोई भी पात्र उभर नहीं पाया। कहानी और निर्देशन भी काफी कमजोर है। फिल्म की कहानी लंदन के अरबपति अशोक सिंघानिया (सैफ अली खान) के इर्दगिर्द घूमती है। अशोक के पिता काफी समय से कोमा में हैं इसलिए उसके मामा (राम कपूर) कंपनी में बतौर डायरेक्टर उसकी मदद कर रहे हैं। दरअसल मामा की नीयत ठीक नहीं है और वह अशोक को ठिकाने लगाकर सारी दौलत हथियाना चाहता है। दूसरी ओर अशोक काम और जीवन के प्रति जरा भी गंभी नहीं है और हर समय बस उसे अपनी कॉमेडी के जरिये दूसरों को हंसाने की पड़ी रहती है लेकिन वह यह नहीं जानता कि उसके घटिया और उबाऊ चुटकुले सुनकर लोग हंसते नहीं बल्कि अपना सिर पीट लेते हैं। कुमार (रितेश देशमुख) अशोक का लंगोटिया यार है। एक बार अशोक का मामा कंपनी की मीटिंग में अशोक और कुमार को पानी में घोलकर ऐसी दवा पिला देता है जिसे पीने के बाद वह दोनों चौबीस घंटे के लिए कुत्तों जैसा बर्ताव करते हैं। इसी को आधार बनाकर उन्हें पागल खाने भिजवा दिया जाता है। वहां भी अशोक और कुमार को यही दवा पिलाने का इंतजाम करा दिया जाता है। इसी पागलखाने में इन दोनों के हमशक्ल भी हैं। पागलखाने के एक और वार्ड में एक दूसरे मामाजी (राम कपूर) हैं, इनका नाम जॉनी है। अब यह सभी हमशक्ल एक दूसरे को ठिकाने लगाने के चक्कर में बेफिजूल की जो कॉमेडी करते हैं उससे दर्शक परेशान ही होंगे। फिल्म में बिपाशा, अरबपति अशोक की सेक्रेटरी बनी हैं, तो डॉक्टर बनी ईशा गुप्ता और एक टीवी चैनल की होस्ट के रूप में तमन्ना कुछ रोमांटिक सीनों और गानों में डांस करते ही नजर आयीं। फिल्म में हर कलाकार ने निराश किया इसकी सबसे बड़ी वजह निर्देशक हैं क्योंकि उन्होंने जिस तरह से काम लिया वैसा कलाकारों ने किया। सैफ कॉमेडी दृश्यों में जरा भी नहीं जमे। रितेश देशमुख ऐसी ही भूमिकाएं करते करते दर्शकों को बोर कर चुके हैं। राम कपूर, चंकी पांडे और सतीश शाह की काबिलियत भी उभर कर नहीं आ पायी। बिपाशा बसु, ईशा गुप्ता और तमन्ना फिल्म में सिर्फ ब्यूटी परोसने के लिए थीं। फिल्म का गीत संगीत सामान्य है। निर्देशक साजिद खान ने हिम्मतवालाÓ के बाद दर्शकों को एक बार फिर हमशकल्सÓ के जरिए टार्चर किया है।

हमशक्ल के प्रमोशन के दौरान झगड़ा
क्या कोई फिल्म निर्माता बिपाशा बसु जैसी सेक्स सिंबल को अपनी फिल्म में लेने से इंकार कर सकता है? पहले इस सवाल का जवाब नहींÓ होता। परंतु फिल्म हमशक्लÓ की रिलीज के बाद आप जान लीजिए कि निर्माता वाशु भगनानी भविष्य में कभी बिप्स को अपनी फिल्म में नहीं लेने वाले। वाशु ने मीडिया में साफ शब्दों में यह बात कही है कि आगे वह अपने किसी प्रोजेक्ट में बिपाशा को नहीं लेंगे। असल में फिल्म हमशक्लÓ के प्रमोशन का बिपाशा ने जिस तरह बायकॉट किया, उससे वाशु बहुत नाराज हैं। बिपाशा इस फिल्म के प्रचार के किसी कार्यक्रम में नहीं पहुंची और निर्देशक साजिद खान से वाद-विवाद करती रहीं। उनका आरोप था कि फिल्म में उन्हें बाकी दो हीरोइनों (तमन्ना भाटिया और ईशा गुप्ता) के मुकाबले बहुत कम जगह दी गई है। हालांकि फिल्म देखने से पता चलता है कि बिपाशा का आरोप बिल्कुल सही है।

FIRST NAME LAST NAME MOBILE with Country Code EMAIL
SUBJECT/QUESTION/MESSAGE
© 2025 - All Rights Reserved - Akshnews | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^