02-Apr-2014 09:30 AM
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ऑस्ट्रेलिया पाकिस्तान और वेस्टइंडीज सहित सभी दिग्गज टीमों को पराजित करने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने यह सिद्ध किया है कि यदि पूरी क्षमता के साथ खेले तो भारत को जीतने से कोई नहीं रोक सकता। भारत ने ट्वेंटी-ट्वेंटी विश्व

कप में पाकिस्तान को पराजित करते हुये जीत का आगाज किया था। 21 मार्च को हुये इस मैच में पाकिस्तान दूर-दूर तक दिखाई नहीं दिया और भारत ने यह मैच आसानी से जीत लिया। वेस्टइंडीज के साथ भारत का मुकाबला भी एक तरह से एकतरफा ही था। इसी प्रकार बांग्लादेश के विरुद्ध भारत ने शानदार जीत हासिल की। इन तीनों मुकाबलों की खासियत यह थी कि भारत बाद में बैटिंग कर रहा था। उसने लक्ष्य का पीछा किया और आसानी से लक्ष्य को पा भी लिया। खास बात यह है कि भारत की बॉलिंग बहुत शानदार रही। भारत ने किसी भी बल्लेबाज को हावी नहीं होने दिया। पाकिस्तान के धुरंधर भी भारतीय गेंदबाजी का तोड़ नहीं ढूंढ पाये। ट्वेंटी-ट्वेंटी में तीन स्पीनरों के साथ खेलना एक कामयाब रणनीति साबित हुई। चारों मैचों में मैन ऑफ द मैच बॉलर ही रहे हैं। इससे सिद्ध होता है कि गेंदबाजी किसी भी मैच को जीतने के लिये कितनी महत्वपूर्ण है। भारत की गेंदबाजी को उसकी कमजोरी कहा जाता है लेकिन विश्व कप में लग रहा है कि भारत की गेंदबाजी सर्वश्रेष्ठ है और यह श्रेष्ठता बनी रही तो भारत को विश्व कप का खिताब जीतने से कोई नहीं रोक पायेगा। ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध भी भारत की बल्लेबाजी उतनी प्रभावी नहीं थी। युवराज सिंह को छोड़ दिया जाये तो किसी भी बल्लेबाज ने कमाल नहीं दिखाया। लेकिन अश्विन की कमाल की गेंदबाजी ने कंगारुओं को 100 रन के भीतर ही रोक दिया। यह बड़ा आश्चर्य का विषय था। जबकि पाकिस्तान के खिलाफ कंगारुओं ने फिर भी ठीकठाक प्रदर्शन किया था। कंगारू हर मैच में पराजित हुये हैं। जावेद मियांदाद ने इस विश्व कप में भारत और पाकिस्तान के बीच फाइनल की भविष्यवाणी की है। उनकी यह भविष्यवाणी सच भी हो सकती है। क्योंकि अभी तक भारत का प्रदर्शन यदि नंबर वन है तो पाकिस्तान का प्रदर्शन नंबर दो पर है। देखना है कि इस विश्व कप में यह मुकाबला हो पाता है अथवा नहीं।