18-Mar-2014 11:06 AM
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आईपीएल से बीते साल निकला स्पॉट फिक्ंिसग का जिन्न अभी बोतल में वापस भी नहीं जा पाया है कि बीसीसीआई ने एक और विवादास्पद निर्णय ले डाला। वर्ष 2000 में मैच फिक्ंिसग का भूचाल सामने आने पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने

शारजाह में टीम इंडिया के खेलने पर रोक लगाई थी। बावजूद इसके आईपीएल-7 का प्रथम चरण फिक्ंिसग के स्वर्गÓ यूएई में ही कराया जा रहा है। पूर्व क्रिकेटरों ने बोर्ड का यह विवादित फैसला रास नहीं आया है और इस निर्णय पर अपनी नजरें भी तिरछी कर दी हैं। हालांकि आईपीएल-7 की मेजबानी के लिए पहले दक्षिण अफ्रीका का भी नाम चल रहा था लेकिन बीसीसीआई के दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट (सीएसए) से खराब संबंधों के बाद भी वह मेजबानी की रेस में बना हुआ था लेकिन आईपीएल की कई फे्रंचाइजी चाहती थी कि दक्षिण अफ्रीका के बजाए यह टूर्नामेंट यूएई में कराया जाए।
2009 में जब दक्षिण अफ्रीका में आईपीएल हुआ था तो उसे काफी फायदा हुआ था। उसे 100 मिलियन डॉलर का मुनाफा हुआ और 4.7 मिलियन डॉलर का बोनस का भी भुगतान किया। भारत ने शारजाह में 1984 से लेकर 2000 तक कुल 73 वनडे मैच खेले थे। इस दौरान कई मैचों में फिक्ंिसग के आरोप लगे थे। शारजाह में खेले गए भारत और पाकिस्तान के कई मैच खासकर एशिया कप के कई मैचों के फिक्स होने पर संदेह लगे। 2000 में ही मैच फिक्ंिसग का जिन्न बाहर आया और हैंसी क्रोन्ये को उनमें संलिप्त होने के कारण उनके क्रिकेट खेलने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया। वर्ष 2000 के मैच फिक्ंिसग प्रकरण की जांच में जांच एजेन्सियों ने यह तथ्य सामने रखा था कि भारतीय टीम शारजाह नहीं भेजी जानी चाहिए। इस पर 2001 में बोर्ड ने टीम के शारजाह भेजने पर प्रतिबंध लगा दिया। भारत ने शारजाह में अपना अंतिम मुकाबला 29 अक्टूबर 2000 को कोको कोला चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल श्रीलंका के खिलाफ खेला और इस मैच में उसे 245 रनों की करारी हार मिली थी। भारत वनडे के अपने सबसे कम स्कोर 54 रनों पर आउट हुआ।
हालांकि यूएई के अबुधाबी में 2006 में टीम इंडिया ने पाकिस्तान से दो मैच जरूर खेले। अब बोर्ड का कहना है कि यूएई में आईपीएल के होने वाले 16 मुकाबले दुबई, अबुधाबी, शारजाह
में होंगे।