विश्वास के रिश्ते
19-Oct-2019 08:05 AM 1234908
चीन, पाकिस्तान की कारस्तानी के बीच भारत के लिए यह सुखद बात है कि बांग्लादेश से हमारे रिश्ते अच्छे हैं। दरअसल, दोनों देशों के बीच विश्वास का रिश्ता है, जो दिन पर दिन मजबूत होता जा रहा है। कहा जा सकता है कि भारत और बांग्लादेश के रिश्ते सबसे बेहतर दौर में हैं। हालांकि, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना तीस्ता नदी जल बंटवारे तथा एनआरसी मुद्दे पर अपने देश की चिंताओं के बीच भारत आईं, मगर इसके बावजूद बेहतर माहौल में सात समझौते हुए। दोनों ही प्रधानमंत्री चुनाव के बाद बनी नई सरकारों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति से मुलाकात के साथ ही सात समझौते हुए। उल्लेखनीय है कि पिछले एक साल में वीडियो कॉन्फे्रंसिंग के जरिये बांग्लादेश के साथ साझा परियोजनाओं के नौ समझौते हो चुके हैं। इस बार जहां पूर्वोत्तर के लिए रसोई गैस आपूर्ति व त्रिपुरा के लिए पेयजल आपूर्ति पर समझौता हुआ, वहीं सीमा सुरक्षा के लिये कंटीली बाढ़ लगाने के काम में तेजी लाने पर सहमति बनी जो दोनों देशों के बीच गहरे होते संबंधों का ही परिचायक है। पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाये जाने के मुद्दे पर बांग्लादेश ने दो टूक शब्दों में इसे भारत का अंदरूनी मामला बताकर हमारे रुख का समर्थन ही किया था। पहले ही लाखों रोहिंग्या शरणार्थियों का दबाव झेल रहे बांग्लादेश में इस बात को लेकर चिंता जरूर व्यक्त की जा रही थी कि यदि एनआरसी लागू होने के बाद बांग्लादेशियों को सीमा पार भेजा जाता है तो यह देश और शरणार्थियों का बोझ नहीं उठा पाएगा। बताया जाता है कि इस बाबत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शेख हसीना के बीच संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के दौरान अलग से बातचीत हुई। इसमें मोदी ने हसीना को आश्वस्त किया कि यह प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार हो रही है। ऐसे में इस मुद्दे पर दोनों देशों में किसी तरह का टकराव देखने में नहीं आया। यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के संबंध बेहतरीन दोस्ती का उदाहरण हैं। नि:संदेह बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता में लौटने के बाद दोनों देशों के संबंधों में सकारात्मक बदलाव आया है। खासतौर पर बांग्लादेश की धरती में पूर्वोत्तर के अलगाववादियों की गतिविधियों पर रोक लगी है। यह बात अलग है कि तीस्ता नदी के पानी के बंटवारे का मुद्दा अधर में लटका है, जिसके मूल में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का अडिय़ल रवैया रहा है। बांग्लादेश भारत का विश्वसनीय मित्र बना रहे, इस समस्या का समय रहते समाधान निकाला ही जाना चाहिए। बहरहाल, पूर्वोत्तर को एलपीजी की आपूर्ति, जल संसाधन, संस्कृति, युवा मामलों, शिक्षा व तटीय निगरानी के लिये दो दर्जन रडार प्रणाली लगाने जैसे महत्वपूर्ण समझौतों का होना दोनों देशों के बेहतर होते रिश्तों का ही परिचायक हैं। एक साल में एक दर्जन संयुक्त परियोजनाओं की शुरुआत इन संबंधों का विस्तार ही है। दोनों ही देशों ने शांति और सुरक्षा के मुद्दों पर प्रतिबद्धता जाहिर की है। साथ ही रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर भी सहमति बनी कि इनकी म्यांमार स्थित रखाइन प्रांत में वापसी होनी चाहिए। व्यापारिक समझौते के तहत चटगांव व मंगला बंदरगाह को भारतीय जहाजों के माल ढुलाई के लिये खोलना भी बड़ी उपलब्धि है, जिससे पूर्वोत्तर भारत में सामान की आपूर्ति की लागत कम होगी। नि:संदेह आतंकवाद पर अंकुश लगाने के लिये दोनों देशों में हुआ समझौता शांति व सुरक्षा के नजरिये से महत्वपूर्ण है। इसमें बांग्लादेश से लगी समुद्री सीमा की निगरानी भी शामिल है, जिससे पाक समर्थित आतंकवादियों के मंसूबों को नाकाम करने में मदद मिलेगी। नि:संदेह पिछले कुछ वर्षों में बांग्लादेश में इस्लामी चरमपंथियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई हैं। इस मुद्दे पर दोनों देशों में सहमति होना दोनों देशों की सुरक्षा के लिहाज से बड़ी बात है। भारत-बांग्लादेश के बीच सात समझौतों पर हस्ताक्षर भारत और बांग्लादेश ने अपने संबंधों को विस्तार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच वार्ता के बाद सात समझौतों पर हस्ताक्षर किये। इस दौरान एलपीजी निर्यात समेत तीन परियोजनाओं का शुभारंभ भी किया गया। इनमें से एक परियोजना बांग्लादेश से एलपीजी के आयात से संबंधित है। आयातित एलपीजी का भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में वितरण किया जायेगा। प्रधानमंत्री मोदी और हसीना के बीच वार्ता के बाद दोनों देशों ने सात समझौतों पर हस्ताक्षर किये जो जल संसाधन, युवा मामलों, संस्कृति, शिक्षा और तटीय निगरानी से संबंधित है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज की वार्ता भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों को और मजबूत करेगी। - रेणु आगाल
FIRST NAME LAST NAME MOBILE with Country Code EMAIL
SUBJECT/QUESTION/MESSAGE
© 2025 - All Rights Reserved - Akshnews | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^