शिवराज का जादू
02-Aug-2018 08:03 AM 1234788
मध्य प्रदेश में कांग्रेस वापसी करेगी या मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का जादू इस बार भी चलेगा और वह लोगों के दिलों पर फिर से राज करेंगे। बहरहाल इस सवाल का जवाब आगामी विधानसभा चुनावों के नतीजों से ही साफ हो पाएगा, जो इस साल के अंत तक होने हैं। लेकिन जन आशीर्वाद यात्रा में जिस तरह का जन सैलाब उमड़ रहा है उससे साफ लग रहा है प्रदेश में शिवराज का जादू कायम है। दमोह जिले के पटेरा और हटा, पन्ना और छतरपुर में जिस तरह बारिश के बाद भी जनता मुख्यमंत्री को सुनने उमड़ी इससे भाजपा में उत्साह है। फिल वक्त तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा कांग्रेस को थोड़ा चिंता में और भाजपा को उत्साह की लहरों में डूबती उतराती दिख रही है। कांग्रेस को छोड़ भी दे तो भाजपा में शिवराज सिंह के विरोधी भी यह मान रहे हैैं कि गांव और कस्बों में अभी उनका ही जादू दिख रहा है। शायद इसीलिए पार्टी के लिए वे मजबूरी बने हुए हैैं। वरना भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तो कह चुके थे इस बार कोई चेहरा नहीं होगा बल्कि संगठन को आगे रखकर चुनाव लड़ा जाएगा। इसके बाद जन आशीर्वाद यात्रा से शिवराज स्वत: ही चेहरा बन गए और संगठन बिना कुछ कहे पीछे लुढ़क गया। दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की जनता की रग-रग से वाकिफ हैं। इसलिए संगठन के सामने भी मजबूरी है कि उन्हें चुनावी चेहरा बनाया जाए। यही कारण है कि एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान जनता के बीच अपनी सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं। इसकी वजह भी है कि उन्होंने इस प्रदेश को बीमारू राज्य से बाहर निकालकर आज इसे विकसित राज्य बनाया है। लोकतंत्र में कितना समर्थन पाया और कितना माल कमाया इसका सोशल आडिट मतदान में हो जाता है। 2003 से लेकर अब तक बीजेपी भाग्यशाली है कि उसके नेताओं ने समर्थन भी पाया और मलाई मारने के बाद भी सत्ता में वापसी करते रहे। इस बार थोड़ी सी दिक्कत महसूस हो रही है लेकिन किसानों के खाते में पैसे जाना, गरीब गुरबे का चेहरा बने शिवराज सिंह का देसी अंदाज में बातें करना और जिस इलाके में गए वहीं की समस्याओं के निदान की गारंटी देना भाजपा को कांग्रेस से आगे दिखा रहा है। नौकरशाही की नाफरमानियां तो जस की तस हैैं मगर मुख्यमंत्री का खजाना खोलकर दिल की बातें करना पार्टी के ग्राफ में इजाफा कर रहा है। किसानों की नाराजगी और युवाओं का समर्थन हासिल करने में सफलता मिली तो पावर भाजपा के पास ही रह सकता है। जनआशीर्वाद यात्रा जनता की जिन्दगी बदलने का अभियान जनआशीर्वाद यात्रा को लेकर विपक्ष तरह-तरह के आरोप लगा रहा है। उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि इधर उधर की बातें करने की जगह कांग्रेस को प्रदेशवासियों को यह बताना पड़ेगा कि 50 साल के राज में इन्होंने सड़कें क्यों नहीं बनायी, गांव तक बिजली क्यों नहीं पहुंचायी, किसानों को सिंचाई की सुविधा क्यों नहीं दी और गरीब आदमी आजादी के इतने वर्षों बाद भी झोपडिय़ों में रहने के लिए मजबूर क्यों है। सच तो यह है कि कांग्रेस के पास वह संवेदना ही नहीं है, जो मानवता के कल्याण के लिए आवश्यक होती है। इसलिए वे जनआशीर्वाद यात्रा की विराट सफलता से घबराकर जनता का ध्यान बांटने का असफल प्रयास करने में जुटे है। जबकि यह जनआशीर्वाद यात्रा हमारा वह अभियान है जो जनता की जिन्दगी में बदलाव का नया अध्याय लिखेगा। दरअसल शिवराज का यही अंदाज जनता को पसंद आता है। तभी तो जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान उमड़े भारी जनसमूह को संबोधित करते हुए वे अपनी शैली में जनता से पंूछते हैं कि कांग्रेस के 50 साल के शासन के बाद क्या गांव में सड़कें थी? हजारों लोग हाथ हिलाकर कहते हैं नहीं थी, नहीं थीं। फिर पूछते हैं क्या कांग्रेस गांव तक बिजली पहुंचा पायी? जनता फिर कहती है नहीं पहुंचा पायी। तब शिवराज कहते हैं कि ऐसे लोगों को हमारे उपर सवाल खड़ा करने का क्या अधिकार है? जिन लोगों ने प्रदेश को पूरी तरह बर्बाद कर दिया। जिनके मुख्यमंत्री के उपर बंटाढार जैसे तमगे लगे। उनके दुष्साहस को देखकर मध्यप्रदेश की जनता हैरान है। इसलिए वह चौथी बार समृद्ध मध्यप्रदेश के संकल्प को पूरा करने के लिए अपना समर्थन देने जा रही है। कांग्रेस को आगे के 5 साल का वनवास मिलना तय है। हमारी केन्द्र और प्रदेश सरकार ने किसानों की आय को दोगुना करने का जो लक्ष्य लिया है उसने किसानों के मनोबल को बढ़ाया है और सामाजिक सुरक्षा की गारंटी दी है। हम बातें नहीं करते काम करते है। - राजेश बोरकर
FIRST NAME LAST NAME MOBILE with Country Code EMAIL
SUBJECT/QUESTION/MESSAGE
© 2025 - All Rights Reserved - Akshnews | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^