02-Aug-2018 07:34 AM
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मप्र में सरकार ने 2013 के विधानसभा चुनाव में युवाओं को रोजगार देने का दावा किया था, लेकिन इस दौरान प्रदेश में बहुत कम युवाओं को रोजगार मिला। अब इस चुनावी साल में केन्द्र और राज्य सरकार ने युवाओं को रोजगार के लिए पिटारा खोल दिया है।
मुख्यमंत्री की मंशानुसार अगस्त माह की 4 तारीख तक एक लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश के 51 जिलों में रोजगार मेलों का आयोजन स्थानीय एवं प्रदेश से बाहर से आने वाली नियोजक कम्पनियों द्वारा किया जा रहा है। यही नहीं कम्पनियों की विशेष मांग को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र विशिष्ट जैसे टूरिज्म एण्ड हॉस्पिटेलिटी, टेक्सटाईल, मैनेजमेंट एवं ब्यूटी एण्ड वेलनेस इत्यादि हेतु भी रोजगार मेलों का आयोजन किया गया। युवा सशक्तिकरण मिशन के अन्तर्गत गठित जिला मिशन इकाई सक्रिय किया गया है। जिलों में रोजगार मेलों के सफल आयोजन के लिए स्थानीय स्तर पर कार्यरत कम्पनियों, औद्योगिक संस्थानों, सर्विस प्रोवाइडर (जैसे बीमा कम्पनियां, माईक्रो फाईनेंस, टेलीकॉम, एग्रो इण्डस्ट्रीज के एक्सटेंशन कार्य आदि) की जानकारी जिला महाप्रबंधक, उद्योग विभाग, जिला श्रम अधिकारी, नगरपालिका, प्रबंधक संचालक, एकेव्हीएन, आदि के माध्यम से एकत्रित करने तथा विभिन्न विभागों, शासकीय संस्थानों द्वारा प्रतिवर्ष आउटसोर्स, संविदा के माध्यम से कई नियुक्तियों की जानकारी
जिलों को प्रपत्र आवश्यक निर्देशों के साथ प्रेषित किये गए।
राज्य कौशल विकास और रोजगार सृजन मंडल के अनुसार युवाओं के लिये रोजगार के और अधिक अवसर पैदा करने के लिये लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में जिला स्तरीय मुख्यमंत्री स्व-रोजगार एवं कौशल सम्मेलन में 2 लाख 83 हजार 522 आवेदकों का पंजीयन हुआ है वहीं चंबल संभाग में 2379, ग्वालियर संभाग में 82910, उज्जैन संभाग में 17878, इंदौर संभाग में 24485, भोपाल संभाग में 11728, नर्मदापुरम् संभाग में 14408, सागर संभाग में 11146, जबलपुर संभाग में 19,107, रीवा संभाग में 8541 और शहडोल संभाग में 5870 युवाओं को रोजगार मुहैया कराया गया है।
विभागीय सूत्रों का कहना है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित किए जा रहे सामान्य एवं क्षेत्र विशिष्ट रोजगार मेलों में स्किल काउंसलिंग, रिटेल सेक्टर स्किल काउंसिल, इलेक्ट्रोनिक्स सेक्टर स्किल काउंसिल, मैनेजमेंट सेक्टर स्किल काउंसिल, टेक्सटाइल सेक्टर स्किल काउंसिल, टूरिज्म एवं हास्पिटलिटी सेक्टर स्किल काउंसिल, ब्यूटी एंड वेलनेस सेक्टर स्किल काउंसिल, पीडब्ल्यूडी सेक्टर स्किल काउंसिल, ऑटोमेटिव सेक्टर स्किल काउंसिल, टेलीकम्यूनिकेशन सेक्टर स्किल काउंसिल द्वारा सक्रिय भागीदारी की गई तथा इनके अतिरिक्त प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर की विभिन्न नियोजक कंपनियों जैसे सुजूकी मोटर्स, गुजरात, ओमेक्स ऑटो लिमिटेड बैंगलूरू, जोन डिरे प्रा. लिमिटेड देवास, जुबिलेन्ट फुटवर्क प्राइवेट लिमिटेड, ट्रीडेन्ट ग्रुप बुदनी, वेल्सपन इंडिया गुजरात, लुपिन फार्मास्टिकल, आयशर मोटर पीथमपुर, परमारी वैलेस भोपाल, सोम डिस्ट्रीलरी प्रा. लिमिटेड द्वारा भी भागीदारी की गई है। इस तरह माह जुलाई-2018 तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में कुल 156 रोजगार मेलों के माध्यम से लगभग 2,82,522 युवाओं को मोबलाईज कर लगभग 1,24,502 युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जा चुके हैं। प्रदेश में अभी हर जिले में रोजगार मेले आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में युवा शामिल हो रहे हैं।
चुनावी वर्ष में ही युवाओं की याद क्यों
इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनावी बेला में सरकार ने युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए अभियान शुरू कर दिया है सवाल उठता है कि आखिरकार चुनावी साल में ही सरकार को युवाओं की याद क्यों आई। प्रदेश में बेरोजगारी हमेशा से चुनावी मुद्दा रहा है। पिछले तीन चुनावों से भाजपा युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार दिलाने की घोषणा करती आ रही है। 2014 लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हर साल लाखों युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था। लेकिन अब जाकर केंद्र और राज्य सरकार को युवाओं के रोजगार की चिंता हुई है। उधर विपक्ष भी विधानसभा चुनाव में युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए रोजगार को मुद्दा बनाने की तैयारी कर रहा है।
- विशाल गर्ग