18-Jun-2018 09:26 AM
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फीफा वल्र्ड कप 2018 की शुरुआत हो चुकी है। अड़तीस बरस पहले ओलंपिक के बाद अपनी धरती पर सबसे बड़े खेल आयोजन की मेजबानी कर रहे रूस ने पहले ही मैच में अपेक्षा के अनुरूप शुरुआत की। मेजबान रूस ने फीफा विश्व कप फुटबॉल के एकतरफा शुरूआती मुकाबले में सऊदी अरब को 5-0 से हराकर शानदार आगाज किया। रूस ने पूरे मैच में दबदबा बनाए रखा। करीब 80000 दर्शकों और राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन की मौजूदगी में लुजनिकी स्टेडियम पर खेले गए इस मैच में रूस ने जीत दर्ज की। इसके साथ ही रूस में 21वें फुटबॉल विश्व कप की शुरुआत हुई।
विश्वभर में 350 करोड़ लोग इस टूर्नामेंट को देखेंगे। टूर्नामेंट में 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं। इन्हें 4- 4 के 8 ग्रुपों में बांटा गया है। हर ग्रुप से 2-2 टीमें नॉकआउट दौर में पहुंचेंगी। आइसलैंड और पनामा विश्व कप में अपना डेब्यू कर रहे हैं। पहली बार विश्व कप वीडियो रेफरल प्रणाली को अपनाया जा रहा है।
अगर हम एक भारतीय होने के लिहाज से फुटबॉल विश्वकप की बात करें तो शायद ही भारतीयों को खुशी देने वाली कोई भी बात इस फुटबॉल विश्वकप में है। भारतीय फुटबॉल टीम हर बार की तरह इस बार भी वल्र्डकप का हिस्सा नहीं है और ना ही फुटबॉल विश्वकप भारत में हो रहा है। यहां तक कि इस बार के फुटबॉल विश्वकप में एशिया से चुने गए 16 रेफरियों में से कोई भी भारतीय नहीं है। रही बात भारतीय फुटबॉल टीम के वर्तमान प्रदर्शन की, तो इस वक्त भारतीय टीम की फीफा रैंकिंग 97 है और अगर फीफा रैंकिंग के शुरू होने से अब तक भारतीय टीम की औसत रैंकिंग देखें तो यह 132 है। यानी कुल मिलाकर भारतीयों का कोई खास कनेक्शन फुटबॉल के इस खेल से नहीं जुड़ पाता।
हालांकि इन आकड़ों के बावजूद भारतीयों के इस खेल के प्रति आकर्षण में कोई कमी नहीं है और इसकी बानगी पिछले साल भारत में आयोजित अंडर 17 विश्वकप के दौरान भी दिखी थी, जब टूर्नामेंट के हर एक मैच में भारी संख्या में दर्शक मैच देखने उमड़े थे। हालांकि भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में कुछ खास नहीं कर सकी मगर टीम को देशवासियों का जबरदस्त समर्थन मिला था। एक तरफ जहां स्टेडियम में दर्शकों की भीड़ दिखी तो टीवी पर भी इन मैचों की संख्या 47 मिलियन लोगों तक पहुंच गई, जो कि अंडर 17 विश्वकप के लिहाज से बहुत ही बेहतरीन व्यूवरशिप कही जा सकती है।
अब फिर से क्रिकेट क्रेजी इस देश में 2018 के फुटबॉल विश्वकप के लिए भी जबरदस्त दीवानगी देखने को मिल रही है। 14 जून से रूस में शुरू हो खेल के महाकुम्भ का स्टेडियम में लुत्फ लेने के लिए टिकटों की खरीद के लिए भारतीयों में अच्छी खासी उत्सुकता देखी जा रही है। पिछले महीने आए आकड़ों के अनुसार अब तक दो बार टिकट बिक्री के दौर के बाद भारत रूस के अलावा उन 10 देशों में शामिल है जहां के लोगों ने सबसे ज्यादा टिकट लिए हैं, जबकि उन देशों में भारत केवल अमेरिका और चीन से पीछे है जहां की टीम इस फीफा विश्वकप का हिस्सा नहीं है। अमेरिका 1986 के बाद पहली बार 2018 के फुटबॉल विश्वकप का हिस्सा नहीं है।
टिकट बिक्री के आंकडों के अनुसार, पहले राउंड में 87902 टिकटों में से भारतीयों ने 1905 टिकट खरीदें हैं जबकि दूसरे राउंड के लिए हुई टिकट बिक्री में कुल बिके 394433 टिकटों में से भारतीयों ने 4509 टिकट खरीदे हैं। जिस देश की टीम कभी फुटबॉल विश्वकप में नहीं खेली, वहां के दर्शकों के ये आकंडें वाकई शानदार कहे जा सकते हैं। एक तरफ तो भारतीय दर्शक स्टेडियम में मैच देखने को लेकर उत्सुक हैं तो वहीं टीवी पर भी फुटबॉल विश्वकप का लुत्फ उठाने वालों की कोई कमीं नहीं है। टीवी पर फुटबॉल देखने के मामले में भी भारतीय काफी आगे हैं। साल 2014 में ब्राज़ील में संपन्न हुए फुटबॉल विश्वकप के दौरान लगभग 86 मिलियन लोगों ने इसे टीवी पर देखा, जबकि साल 2010 के विश्वकप के दौरान यह आकंड़ा 45 मिलियन था। यह आंकड़े यह बताने के लिए काफी हैं कि भले ही हमारी टीम विश्वकप तक का सफर तय नहीं कर पायी है, मगर फिर भी इस खेल को लेकर दीवानगी किसी और देश के मुकाबले कम नहीं है। और आगामी फुटबॉल विश्वकप में भी यह दीवानगी जारी रहने वाली है।
-आशीष नेमा