16-Mar-2018 09:49 AM
1234806
मप्र की कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए सरकार ब्रिटिश पुलिस की मदद लेगी। इसके लिए विगत दिनों इंग्लैंड पुलिस के अधिकारियों ने प्रदेश का दौरा किया और यहां की पुलिस की कार्यप्रणाली और उनके संसाधनों का अध्ययन किया। यही नहीं एक दूसरे की दक्षता बढ़ाने और काम करने के तरीकों की जानकारी साझा करने के लिए एमओयू साइन किया गया है।
ज्ञातव्य है कि प्रदेश की पुलिस व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। लेकिन उसके दूरगामी परिणाम नजर नहीं आ रहे हैं। दरअसल हमारे देश में भी वही कायदे-कानून हैं जो ब्रिटेन में हैं। उसके बाद भी हमारी पुलिस पर सुस्त और कमजोरी की तोहमत लगती रहती है। जबकि ब्रिटिश पुलिस को विश्व की सबसे तेज तर्रार पुलिस माना जाता है। इसलिए अब प्रदेश पुलिस की दक्षता बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा ब्रिटिश पुलिस का सहारा लिया जा रहा है। मप्र पुलिस में भर्ती हुई महिला पुलिसकर्मियों की दक्षता बढ़ाने पर अंतरराष्ट्रीय कवायद शुरू हुई है। इसके लिए मप्र पुलिस ने इंग्लैंड पुलिस से हाथ मिलाया है। इससे मप्र पुलिस, ब्रिटिश पुलिस के अच्छे काम सीखेगी, साथ ही भीड़ नियंत्रण और त्योहार ड्यूटी के बारे में भी उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी। इसकी शुरुआत डीजीपी ऋषिकुमार शुक्ला की रिसर्च सेल ने फरवरी 2017 में की थी। इसके तहत एक साल के भीतर ब्रिटेन पुलिस से कई बैठकें हुईं। इसी क्रम में 6 मार्च को ब्रिटेन पुलिस की चीफ सुपरिटेंडेंट कैरी स्मिथ और जूनिपर लॉज की सार्क मैनेजर मिलिसेंट जेंट तीन दिन के दौरे पर राजधानी पहुंचीं। डीजीपी ने बताया कि भारतीय पुलिस ब्रिटिश लॉ पर ही काम करती है। दोनों देशों की चुनौतियां भी तकरीबन समान हैं। महिला पुलिसकर्मियों के लिए 33 फीसदी आरक्षण तय हुआ है। इन पदों पर केवल उनकी भर्ती करना ही नहीं, बल्कि उन्हें मुख्य धारा में लाना भी है। ताकि महिला पुलिसकर्मी पुलिसिंग के हर क्षेत्र में बराबरी से काम कर सकें।
राज्य स्तरीय पुलिस कन्ट्रोल रूम डायल-100 भोपाल में ब्रिटिश पुलिस की चीफ सुपरिन्टेंडेंट कैरी स्मिथ एवं जूनिपर लॉज की सार्क मेनेजर, मिलिसेंट जेंट के द्वारा भ्रमण किया गया। भ्रमणकर्ता अधिकारियों को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (दूरसंचार) अन्वेष मंगलम द्वारा राज्य स्तरीय पुलिस कन्ट्रोल का भ्रमण कराया गया तथा उन्हें डायल-100 सेवा के बारे में विस्तृत जानकारी दी एवं उनके प्रश्नों के उत्तर दिये। डायल-100 की टीम द्वारा भ्रमणकर्ता अधिकारियों को सेवा के बारे में विस्तृत प्रजेंटेशन दिया एवं उन्हें कॉल टेकर कक्ष, डिस्पेचर कक्ष एवं सोशल मीडिया कक्ष का भ्रमण कराकर उनमें होने वाली कार्यवाही की जानकारी दी गई। ब्रिटिश अधिकारी मध्य प्रदेश पुलिस की आपातकालीन सेवा डायल-100 से बेहद प्रभावित हुये। उन्होंने इस तरह की राज्य स्तर पर विश्व की प्रथम पुलिस आपातकालीन सेवा जिसमें एक आधुनिक तकनीक का उपयोग कर इतने विशाल राज्य एवं इतनी बड़ी जनसंख्या को त्वरित पुलिस सहायता पहुंचाई जाती है, और जिसका संचालन एक स्थान से होता है के लिए मध्य प्रदेश पुलिस की प्रशंसा की।
- सुनील सिंह