15-Jun-2013 07:16 AM
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उभरती अभिनेत्री जिया पश्चिमोत्तर मुंबई के जुहू स्थित सागर संगीत इमारत के अपने फ्लेट में जब आधी रात को फंदे से झूलती हुई मिलीं तो मुंबई के छायालोक में दहशत छा गई। जिया के शव को जब

विले पार्ले स्थित ऊपर हास्पिटल से बाइकुल स्थित जेजे अस्पताल शिफ्ट किया जा रहा था उस समय हर एक चेहरे पर यह सवाल था कि आदित्य पंचोली के सुपुत्र सूरज पंचोली के प्रेम में बेतहाशा डूबी इस प्रतिभाशाली अभिनेत्री ने आखिर मौत को गले क्यों लगा लिया। मात्र 25 वर्ष की उम्र में निशब्द जैसी फिल्में देने वाली जिया की मृत्यु ने बॉलीवुड को झंझोरा है। सिल्क स्मिता, दिव्या भारती और अब जिया खान। बॉलीवुड में अकाल मृत्यु को प्राप्त अभिनेत्रियों की तादाद बढ़ती ही जा रही है। अचानक स्टारडम की ऊंचाइयों पर पहुंची यह अभिनेत्रियां मौत को गले क्यों लगा रही हैं। सिर्फ प्यार में असफलता इसका कारण नहीं हो सकता। यह सच है कि सूरज पंचोली ने जिया का भरपूर शोषण किया और जब वह भावनात्मक रूप से सूरज से जुड़ गई तो किसी तीसरी सौतन ने आकर सूरज और जिया के प्यार भरे जीवन में अंधेरा घोल दिया। जिया के सुसाइड नोट से भी पता चला कि सूरज से उसके नाजायज संबंध थे जिसके चलते वह गर्भवती हो गई थी। अब सूरज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उस दिन जिया की कब्र में जब सूरज और आदित्य पंचोली मिट्टी डाल रहे थे तब उस स्याह अंधेरे में से निकलकर एक बेहद गमगीन कहानी सामने आ रही थी। हालांकि आदित्य पंचोली ने कहा कि उनके बेटे को जिया की कहानी में खलनायक बनाया जा रहा है, लेकिन यह भी सच है कि जिया ने मौत से कुछ समय पहले सूरज को फोन किया था और उसके बाद सदा के लिए दुनिया को अलविदा कह दिया।
जिया एक ऐसी कहानी है जिस पर बॉलीवुड में आज नहीं तो कल फिल्म जरूर बनाई जाएगी। बेतहाशा पैसा, शोहरत, सफलता और उसके बाद औंधे मुंह गिर जाना जिया की कहानी का एक महत्वपूर्ण कथानक है। निशब्द जैसी फिल्मों में अमिताभ बच्चन के साथ लिपलॉक करने वाली जिया बड़े अरमानों के साथ मुंबई आई थी। उसका जन्म 1988 में न्यूयॉर्क में हुआ और परवरिश लंदन के चेल्सी में हुई। राविया अमीन और रिजवी खान की लाड़ली बिटिया जिया ने कभी सोचा भी नहीं था कि वे बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखेंगी। रिजवी और राविया अपनी तीनों बेटियों पर जान छिड़कते थे। उन्होंने प्यार से अपनी बड़ी बेटी का नाम नफीसा रखा, लेकिन बाद में बॉलीवुड के चलन के अनुसार नफीसा ने नाम बदलकर जिया कर लिया। परिवार में बॉलीवुड अपरिचित नहीं था जिया की मां राविया खान 1980 के दशक में ताहिर हुसैन की फिल्म दूल्हा बिकता है में दिखाई दी थी। शायद इसी से जिया को अभिनय की दुनिया में आने की प्रेरणा मिली और लंदन में अंग्रेजी साहित्य की पढ़ाई के दौरान जब शेक्सपीयर और अभिनय के विषय में पढ़ा तो जिया भी अभिनय की दुनिया में आ गई। पहला ब्रेक मिला राम गोपाल वर्मा की फिल्म निशब्द में। जिसमें अमिताभ के साथ जिया का लीड रोल था, जिसे बेहद सराहना मिली। 18 साल की उम्र में ही एक संवदेनशील कहानी पर आधारित फिल्म में बेहतरीन अभिनय ने जिया को चर्चित अभिनेत्री बना दिया। 2007 में रिलीज हुई इस फिल्म में जिया ने अभिनय के लिए फिल्म फेयर अवार्ड भी प्राप्त किया। प्रशिक्षित ओपेरा गायक और पियानो वादक जिया सालसा, जैज, कत्थक, बेले, रेगी और बेली जैसी नृत्य शैलियों में पारंगत थी। सुपरहिट फिल्म गजनी में आमिर खान के साथ उनकी छोटी सी भूमिका की बेहद तारीफ हुई। अक्षय कुमार के साथ हाउसफुल को अंतर्राष्ट्रीय सफलता मिली। लेकिन इसके बाद सपने टूटने लगे। बॉलीवुड के सूत्र बताते हैं कि जिया दोहरी कशमकश में जी रही थी। एक तरफ प्यार में मिला धोखा और दूसरी तरफ बॉलीवुड की उपेक्षा उन्हें तोड़ चुकी थी। दिन रात ऑडीशन देने के बाद भी कोई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट हाथ में नहीं आया।
एक हॉलीवुड प्रोजेक्ट मिला था, लेकिन उस पर कोई सिलसिला आगे नहीं बढ़ा। इस बीच जिया ने अपने आपको समेट लिया वह अपनी ही दुनिया में कैद हो गई। उसका दायरा सिमटने लगा। इस सिमटते दायरे के बीच सूरज पंचोली एक उम्मीद की किरण थे, लेकिन वे भी जिया को भरपूर भोगने के बाद दूसरी स्त्री की तरफ आकर्षित हो गए। इस बेवफाई और असफलताओं ने जिया को तोड़ दिया था। महेश भट्ट बताते हैं कि जिया मूड स्विंग की शिकार थी। कभी खुश हो जाती थी तो कभी डिप्रेशन में चली जाती थी। काश जिया की इस बीमारी को पहले पहचान लिया जाता तो शायद एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री जीवित बच जाती। जिया की मौत ने कई सवाल खड़े किए हैं। सूरज पंचोली से भी पूछताछ होगी, लेकिन लगता है यह कहानी भी पुलिस फाइल में कैद हो जाएगी।