07-Dec-2017 07:04 AM
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संजय लीला भंसाली की पद्मावती की रिलीज टल चुकी है और इसी के साथ मेरे जैसे लोगों का इंतजार भी बढ़ गया है जो ट्रेलर आने के बाद से ही फिल्म का इंतजार कर रहे थे। फिल्म बने उससे पहले से ही करणी सेना के लोगों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया था और संजय लीला भंसाली के सेट पर तोड़-फोड़ की थी और भंसाली को थप्पड़ मारा था। शायद हिंदुस्तानी इतिहास में पद्मावती पहली ऐसी फिल्म होगी जिसमें डायरेक्टर को फिल्म बनने से पहले ही थप्पड़ पड़ गया। ऐतिहासिक किरदार पर फिल्म बनाने वाले भंसाली को शायद ये अंदाजा भी नहीं होगा कि उनकी फिल्म को इस तरह का रिस्पॉन्स मिलेगा। ये बात तो तय है कि पद्मावती धीरे-धीरे भंसाली के करियर की सबसे बड़ी फिल्म बनती जा रही है। भले ही ये कभी भी रिलीज हो...
भंसाली और भंसाली की पद्मावती का भविष्य अधर में अटका हुआ है, लेकिन क्या वाकई ये अधर में है? पद्मावती फिल्म को जितनी पब्लिसिटी मिली है वो शायद किसी भी तरह से नहीं मिल सकती थी। रही बात राजनैतिक धमकियों की तो शायद ये गुजरात इलेक्शन के बाद खत्म हो जाएं...खैर.. इस हिसाब से देखा जाए तो आखिर क्या होगा आने वाले समय में पद्मावती का हाल?
अगर फिल्म में कोई ड्रीम सीक्वेंस है भी तो भी उसे फिल्म से हटा दिया जाएगा। कुछ दिन बाद सेंसर बोर्ड इस फिल्म को पास कर देगा और ये स्टेटमेंट आएगा कि फिल्म में जो भी आपत्तीजनक सीन थे वो हटा दिए गए हैं। मां पद्मावती की गरिमा का ध्यान रखा गया है और फिर फिल्म रिलीज होगी। अनुमान तो लगाया जा सकता है कि पद्मावती इलेक्शन के बाद ही रिलीज होगी। ऐसा कुछ-कुछ जोधा अकबर के समय भी हुआ था जब फिल्म जोधा अकबर की रिलीज टाल दी गई थी और तत्कालीन इलेक्शन के बाद मामला ठंडा होने पर उसे रिलीज किया गया था। फिल्म आई भी थी और बहुत ज्यादा फेमस भी हुई थी। जोधा-अकबर को भी राजस्थान में हो रहे विवाद से काफी पब्लिसिटी मिली थी। फिल्म की रिलीज से पहले ही जिस तरह की पब्लिसिटी मिल रही है फिल्म को उससे तो लग रहा है कि पद्मावती रिलीज होने के कुछ दिन के अंदर ही 200 करोड़ का बिजनेस कर लेगी। खुद ही सोचिए।।। जो लोग विरोध में हैं वो विरोध के चलते फिल्म देखेंगे और जो लोग फिल्म की रिलीज का इंतजार कर रहे थे वो इंतजार खत्म होने और अपनी जिज्ञासा को मिटाने के लिए फिल्म देखेंगे। बाकी जो बचे कुचे हैं वो इसलिए फिल्म देखेंगे कि आखिर इतना बवाल हो क्यों रहा है। इस बात में कोई शक नहीं कि फिल्म अगर इलेक्शन के बाद रिलीज होती है तो मामला ठंडा हो चुका होगा और नैशनल और इंटरनैशनल लेवल पर राजपूती आन-बान-शान दिखाने वाली फिल्म पद्मावती बेहतरीन प्रॉफिट कंपनी को देगी। करणी सेना इस बात से शांत हो जाएगी कि विवादित सीन हटा लिए गए हैं... (भले ही ये पहले से ही न हों)। इस बात से करणी सेना शांत हो जाएगी और इसका प्रचार करेगी कि आखिर उनके डर और राजपूत शान के आगे भंसाली झुक गए... शायद करणी सेना खुद की तुलना नवनिर्माण सेना से भी करने लगे।