18-Jul-2016 06:55 AM
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कुछ साल पहले तक घाटे में डूबी एयर इंडिया लगभग बंद होने की कगार पर पहुंच चुकी थी लेकिन आज यह एयर लाइंस मुनाफे में आ गई है। यही नहीं निजी एयर लाइंस कंपनियों से प्रतिस्पर्धा करते हुए एयर इंडिया देशभर में अपनी पहुंच बढ़ाने की कवायद में जुट गई है। इसी कड़ी में एयर इंडिया आने वाले समय में राजाभोज एयरपार्ट को हब बनाएगा। नए एटीआर विमान मिलते ही भोपाल से रीजनल कनेक्टिविटी बढ़ाई जाएगी।
दरअसल अश्विनी लोहानी जब से एयर इंडिया के चेयरेमैन बने हैं तब से इसके हालात दिन पर दिन बेहतर होते जा रहे हैं। एयर इंडिया को मुनाफे में लाने के बाद अब इसके विस्तार में वे जुट गए हैं। इसी कड़ी में राजधानी भोपाल में एयर इंडिया के रीजनल कार्यालय के शुभारंभ अवसर आए लोहानी ने बताया कि एयर होस्टेस और क्रू-मेंबर्स की कमी पूरी करने के लिए नई भर्ती की जा रही है। लोहानी ने बताया कि एयर इंडिया के बेड़े में हाल ही में नए एटीआर विमान शामिल हुए हैं। कुछ विमान इस साल के अंत तक हमें मिल जाएंगे। इसके बाद भोपाल में हब बनाने पर विचार किया जाएगा। जयपुर, कोलकाता, नागपुर, अहमदाबाद एवं लखनऊ आदि शहरों की उड़ानें शुरू करेंगे।
उल्लेखनीय है कि लोहानी को घाटे में चल रहे संस्थानों को उबारने में महारत हासिल है। उन्होंने जहां मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम की तस्वीर बदल कर प्रदेश में पर्यटन को कमाई का धंधा बनाया वहीं दिल्ली रेल मंडल का डीआरएम रहते उन्होंने न केवल मंडल का कायाकल्प किया बल्कि कामनवेल्थ गेम के दौरान बेहतर सुविधाएं भी मुहैया कराई। अब लोहानी के ऊपर एयर इंडिया को संकट से उबारने की जिम्मेदारी मिली है जिसमें वे अभी तक सौ फीसदी सफल हुए हैं। अपने इसी प्रयास में लोहानी के नेतृत्व में एयर इंडिया देश के कोने-कोने तक अपनी कनेक्टिविटी पहुंचाने में लगी हुई है। लोहानी कहते हैं कि अगले तीन-चार महीनों के दौरान भोपाल से नागपुर, बेंगलुरू, अहमदाबाद और कोलकाता को जोडऩे की योजना है। पुणे की फ्लाइट को फिर से जल्द शुरू करवाया जाएगा। हमारा जोर रीजनल कनेक्टिविटी के माध्यम से मप्र को एअर हब बनाने का है। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर एयर इंडिया ने मप्र को हब बनाने का निर्णय क्यों लिया है। इससे विभाग को क्या फायदा होगा।
एक सवाल के जवाब में लोहानी कहते हैं कि हमारा स्टाफ काफी अनुभवी है। जो कमी है, वह रिक्रूटमेंट के जरिए दूर की जा रही है। लोहानी कहते हैं कि एअर इंडिया ने एटीआर विमानों के माध्यम से रीजनल कनेक्टिविटी पर ध्यान दिया है। जैसे-जैसे एटीआर की संख्या बढ़ती जाएगी, राज्यों को आपस में एअर सेवाओं से जोडऩे का काम किया जाएगा। उन्होंने बताया भोपाल में एयर इंडिया का रीजनल कार्यालय यात्रियों की सुविधाओं और एवीएशन के विकास पर फोकस करेगा। एयर इंडिया में बहुत तेजी से काम हो रहा है और काफी भर्तियां भी की जा रही हैं। उन्होंने एयर इंडिया में सुधार को निरन्तर प्रक्रिया बताया।
अभी हाल ही में सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया ने सात और घरेलू मार्गों पर अपनी उड़ानों की अंतिम समय की टिकटों का किराया घटाकर राजधानी रेलगाडिय़ों के एसी 2 टायर के किराये के बराबर लाने की घोषणा की है। इन नये रूटों में नयी दिल्ली से अहमदाबाद, गोवा व हैदराबाद का रूट शामिल है। कंपनी की इस पहल के तहत न्यूनतम किराया 2240 रुपये तक है। इसके तहत टिकट उड़ान के तय प्रस्थान समय से चार घंटे पहले से खरीदी जा सकेगी। उल्लेखनीय है कि कंपनी ने एयर इंडिया के दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-चेन्नई, दिल्ली-कोलकाता, दिल्ली-बेंगलुरू दिल्ली रांची दिल्ली, दिल्ली अहमदाबाद दिल्ली, दिल्ली हैदराबाद दिल्ली, दिल्ली भुवनेश्वर दिल्ली, दिल्ली गोवा दिल्ली, दिल्ली पटना दिल्ली व दिल्ली रायपुर दिल्ली मार्ग पर यह योजना लागू करने का फैसला किया है। लोहानी का कहना है कि इसका उद्देश्य आखिरी बची सीटों को भरने के साथ साथ उपभोक्ताओं को आखिरी क्षणों में आसमान छूते किरायों की समस्या से बचाना है। लोहानी ने बताया कि इस समय एयर इंडिया की घरेलू उड़ानों में 74 प्रतिशत सीटें भरी रहती हैं। प्रमुख मार्गों पर यह आंकड़ा लगभग 80 प्रतिशत तक रहता है। विभाग के तमाम दावों के बाद भोपाल-पुणे फ्लाइट बंद होने पर लोहानी कहते हैं कि सुरक्षा के कारणों से सरकारों की अनुमति नहीं मिलने के चलते ऐसा कदम उठाया गया। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी कि एयर इंडिया ने सरकारों की अनुमति के बिना यह फ्लाइट शुरू की थी।
हमारी एयर होस्टेस अच्छी
लोहानी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि नए विमान मिलने के साथ ही एयर होस्टेस और बाकी स्टाफ की भर्ती की जा रही है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारी एयर होस्टेस अच्छा काम कर रही हैं। नई भर्ती में इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि एयर होस्टेस सहित पूरा स्टाफ पहले से बेहतर काम करे। मीडिया ने सवाल किया कि क्या नई भर्ती में सुंदरता का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने हंसते हुए कहा कि हम सब बातों का ध्यान रखेंगे।
-राजेश बोरकर