06-Jul-2016 08:21 AM
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मध्यप्रदेश को अपराध मुक्त करना पुलिस का पहला कर्तव्य है। प्रदेश में हमारी कोशिश रहेगी कि सामुहिकता और तकनीक से अपराधों पर अंकुश लगाया जाए। मेरी पहली प्राथमिकता यह है कि पुलिस की एक ऐसी टीम बनाऊं जिसमें अधिक से अधिक पुलिसकर्मी शामिल हो जो अपना काम समझकर काम करें। क्योंकि अपराध रोकना किसी एक के बस में नहीं है। इसे रोकने के लिए पूरा सिस्टम काम करता है। मेरी कोशिश होगी कि प्रदेश पुलिस के सभी अधिकारी-कर्मचारी यह सोचने लगें कि मेरा काम है अपराध न हो। यह कहना है प्रदेश के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला का। राष्ट्रीय पाक्षिक अक्स से श्री शुक्ला प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर लंबी चर्चा की। यहां प्रस्तुत हैं उसके संपादित अंश:-
श्री शुक्ला ने अपनी योजनाओं और प्राथमिकता के बारे में बताते हुए कहा कि हम धैर्य, ठहराव के साथ आगे बढ़ेंगे ताकि हर कदम का ठीक से क्रियान्वयन हो सके। मेरी कोशिश होगी कि हर थाने में सायबर सेल की क्षमता पहुंचे ताकि लोगों को अपनी समस्याओं के लिए भटकना न पड़े। मेरी कोशिश होगी कि पुलिस वालों की कार्यक्षमता कैसे बढ़ाई जाए और संसाधन और व्यवस्थाओं का ज्यादा से ज्यादा उपयोग कैसे हो सके। पुलिस को तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि हम अपराध होने से पहले ही यह जान सके कि अपराध कहा होने वाला है। पुलिस और जनता के बीच सामंजस्य बिठाया जाएगा ताकि पुलिस अपने कर्तव्य को सरकारी काम नहीं अपना मिशन समझे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विधायकों या अन्य नेताओं और पुलिस के बीच जो झगड़ा-फसाद की घटनाएं सामने आ रही हैं उसको रोकने के लिए विधायकों को भी कानून व्यवस्था से जोड़ा जाएगा। वह कहते हैं कि अगर पुलिस का सम्मान नहीं होगा तो वह किसी के सम्मान कैसे करेंगे। इसके लिए परस्पर संवाद बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि कई विधायकों को मैं जानता हूं जिन्हें अगर मैं कहूंगा तो वे भी हमारे अभियान में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह सोशल मीडिया के माध्यम से आपराधिक घटनाएं घट रही हैं उसको रोकने के लिए लोगों को जागरुक किया जाएगा। हमारी कोशिश रहेगी कि तकनीक को कैसे सामाजिक समरसता से जोड़ें ताकि कहीं भी घटित होने वाले अपराधों की सूचना पुलिस को तत्काल मिल जाए। पुलिस का जनता से जितना अधिक जुड़ाव रहेगा उससे इंटेलीजेन्स उतना ही बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि विभाग में काम करने वाले अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। सही जगह पर सही व्यक्ति को लगाया जाएगा ताकि उसके टेलेंट का उपयोग कर अपराधों को रोका जा सके। साथ ही अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों को प्रेरित किया जाएगा कि वे भी तत्परता से काम करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क हादसे एक बड़ी समस्या है इनको रोकने के लिए पूरी कोशिश की जाएगी। अगर हम एक भी जान बचा सके तो
डीजीपी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में राज्य शासन ने कई संसाधन दिए। विभिन्न संसाधन और आधुनिक तकनीक हमारे पास है। यह स्थिति सुखदायक तो है परंतु यह अपने आप में नई अपेक्षाएं और चुनौतियां लाती है। इन अपेक्षाओं पर खरा उतरने और चुनौतियों का सामना करने के लिए पुलिस को तैयार किया जाएगा।
जन मित्र बनेगी पुलिस
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मेरी कोशिश रहेगी कि पुलिस जनता की मित्र बने। उन्होंने कहा कि उन्हें एक अच्छी टीम मिली है और हम टीम के रूप में काम करेंगे। उन्होंने पुलिस विभाग को संदेश देते हुए कहा कि पुलिस का लोगों से मित्रवत व्यवहार रहे। वह जुनूनमुखी रहे और शांति बनाने के लिए काम करती रहे। उन्होंने माना कि अपराधों को कम तो नहीं कर पाएंगे, लेकिन हां, उन्हें नियंत्रित कर जनता को त्वरित राहत जरूर दिलवाएंगे। उन्होंने कहा कि जहां अनुशासनहीन पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की जाएगी। वहीं अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित भी किया जाएगा।
- राजेंद्र आगाल