16-Jun-2016 08:43 AM
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एक समय घाटे के कारण बंद होने की अफवाहों के दौर से गुजर रही राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया अब घाटे की कंपनी नहीं रही। कम्पनी न केवल अपनी वित्तीय स्थिति सुधार रही है बल्कि यात्रियों का विश्वास भी जीत रही है। आलम यह है कि अब छोटी एयरलाइंस भी इंडियन एयरलाइंस के साथ मिलकर काम करने में जुट गई है।
लोकसभा के विगत सत्र में उड्डयन मंत्रालय को आर्थिक सहायता के मुद्दे पर नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने बताया था कि 2014-15 में परिचालन खर्च को लगभग 11 फीसदी घटाकर 2,636 करोड़ रुपए के घाटे से उबारकर, 2015-16 में 8 करोड़ रुपए का परिचालन लाभ कमाया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में एयर इंडिया ने स्टार इंडिया से हाथ मिलाया है। यह इसे अन्तर्राष्ट्रीय उड्डयन बाजार में और बेहतर बनाएगी। केंद्रीय मंत्री ने एयर इंडिया की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि संकट के समय भारतीय कंपनी ने यमन से छह हजार भारतीय, इराक और लीबिया से 1300 और भूकंप प्रभावित नेपाल से 17,500 लोगों को सुरक्षित निकाला। राजू ने कहा कि साल 2020 तक एयर इंडिया के 100 विमानों का बेड़ा 232 तक हो जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जनवरी 2018 तक 28 नए विमान एयर इंडिया को दिए जाएंगे।
दरअसल यह सब एक व्यक्ति की सोच-समझ, संकल्प और सक्रियता का परिणाम है। वह व्यक्ति हैं 1980 बैच के रेल सेवा के अधिकारी अश्विनी लोहानी। अगस्त 2015 में जब लोहानी ने एयर इंडिया सीएमडी के तौर पर पदभार संभाला था तभी उन्होंने कहा था कि अब एयर इंडिया के दुर्दिन खत्म होंगे। और अपने एक साल से भी कम समय के कार्यकाल में उन्होंने ऐसा कर दिखाया है। आज स्थिति यह है कि एयरइंडिया न केवल देश में एक जगह से दूसरी जगह बल्कि देश के कई एयरपोर्ट से विदेशों के लिए उड़ान सुविधा मुहैया करा रहा है। यही नहीं एयर इंडिया अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के आधार अपने एयरपोर्ट व आकाश को पूरी तरह से सुरक्षित करने में जुटा हुआ है। मध्यप्रदेश में पर्यटन विकास निगम के एमडी के तौर पर लोहानी ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उल्लेखनीय काम किया है। मध्यप्रदेश में आज पर्यटन का स्वरूप दिख रहा है उसे लोहानी ने ही दिशा दी है। कॉमनवेल्थ गेम के दौरान जब लोहानी दिल्ली रेल मंडल के डीआरएम थे तो उस दौरान रेलवे ने कई उल्लेखनीय कार्य किए थे। कैग ने अपनी रिपोर्ट में इसके लिए जमकर प्रशंसा की थी। अब एयर इंडिया में रहते हुए उन्होंने मध्य प्रदेश के सभी शहरों को एक सूत्र में बांधने के लिए कई उड़ाने शुरू करवाई है। इसी कड़ी में एयर इंडिया की सहयोगी अलायंस एयर भोपाल को अपना बेस स्टेशन बनाने जा रही है। पहले चरण में भोपाल से रायपुर-पुणे एवं जबलपुर-हैदराबाद तक उड़ानें शुरू होंगी।
एयर इंडिया के सीएमडी अश्विनी लोहानी की पहल पर अलायंस एयर ने भोपाल को छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना एवं कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू तक जोडऩे की पहल की है। वहीं जबलपुर से हैदराबाद की ओर जाने वाली उड़ान हैदरबाद में कुछ समय रुककर बेंगलुरू रवाना होगी। भोपाल से बेंगलुरू जाने वाले यात्रियों को इससे सुविधा होगी। विमान बदले बिना वे सीधे बेंगलुरू पहुंच सकते हैं। अलाइंस एयर ने इन उड़ानों का प्रारंभिक किराया 3 से 5 हजार के बीच रखा है। अग्रिम बुकिंग कराने पर लो-फेयर 1800 रुपए तक में मिल सकेगा।
एयरपोर्ट अथॉरिटी के डॉयरेक्टर फ्लाइट लेफ्टिनेंट आकाशदीप माथुर कहते हैं कि भोपाल से सीधी इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू करने का प्रयास पर चल रहा है। इसके लिए दिल्ली में बात भी हुई है। एक सर्वे के मुताबिक रोजाना भोपाल से दुबई और जेद्दा के लिए 100 से ज्यादा लोग आना-जाना करते हैं। यहां से लोगों को मुंबई और फिर चेन्नई जाना पड़ता है। इसलिए जल्दी ही यहां से इंटरनेशनल उड़ाने शुरू करने की कोशिश की है। इंदौर के लिए अच्छी खबर है। इस साल के अंत तक इंदौर से दुबई के लिए सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू होने जा रही है। इसे एयर इंडिया द्वारा शुरू किया जाएगा। इंदौर से बड़ी संख्या में यात्री अन्य एयरपोर्ट्स जाकर अंतरराष्ट्रीय उड़ान लेते हैं। इसे देखते हुए एयर इंडिया ने दिसंबर से यह उड़ान शुरू करने की योजना तैयार की है। कंपनी ने इंदौर से मुंबई होते हुए दुबई जाने वाले यात्रियों को कस्टम और इमिग्रेशन की सुविधा यहीं देने के लिए भी होम मिनिस्ट्री से अनुमति मांगी है।
नई उड़ानों के लिए छोटी एयरलाइंस को न्यौता
इंटरनेशनल स्टैंडर्ड मेंटेन करने के बाद भी राजाभोज एयरपोर्ट से नई उड़ाने शुरू नहीं हो पा रही हैं। इससे चिंतित एयरपोर्ट अथॉरिटी ने अब देश की प्रमुख एयरलाइंस कंपनियों के साथ ही छोटी एयरलाइंस कंपनियों को नई उड़ाने शुरू करने का न्यौता दिया है। अथॉरिटी ने फ्लाइट शुरू करने के लिए कंपनियों को अतिरिक्त सुविधाएं देने की पेशकश की है। डिजाइनर और स्टील ग्लास से बने एकीकृत टर्मिनल के रखरखाव में खर्च हो रही मोटी रकम खर्च हो रही है। अथॉरिटी ने प्रमुख कंपनियों इंटरग्लोबल एविएशन (इंडिगो), एयर एशिया, टाटा कंपनी की विस्तारा, स्पाइस जेट, गो एयर और एयर कोस्टा जैसी छोटी एयरलाइंस कंपनियों को भोपाल से उड़ाने शुरू करने के लिए पत्र लिखा है। इसमें स्पाइस जेट और गो एयर और इंडिगो ने अथॉरिटी द्वारा भेजे गए पत्र के जवाब में भोपाल से आसपास के लिए स्टडी कराकर उड़ान शुरू करने का भरोसा दिलाया है। कंपनियों के अफसरों ने भी यह कहा है कि कंपनियां भी यह चाहती है कि भोपाल से नई फ्लाइट्स शुरू हो। जल्दी ही इस संबंध में एक मीटिंग बुलाकर रूट्स के लिए बात की जाएगी।
-राजेश बोरकर