04-Jun-2016 08:32 AM
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बैंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में 29 मई को सनराइजर्स हैदराबाद ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को करारी शिकस्त देकर आईपीएल-9 की ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। फाइनल मुकाबले में सनराइजर्स ने रॉयल चैलेंजर्स को 8 रनों से हरा दिया। इस रोमांचक मुकाबले में अपनी धुआंधार बैटिंग के लिए पहचानी जाने वाली कोहली सेना वार्नर की टीम के गेंदबाजों की लाइन लेंथ के आगे पस्त दिखी।
हैदराबाद की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बैंगलोर के सामने 209 रनों का लक्ष्य रखा। हालांकि इसके जवाब में बैंगलोर ने पारी की शानदार शुरुआत की, लेकिन फिर रॉयल चैलेंजर्स के दिग्गज एक के बाद एक पवेलियन लौटते चले गए और लगातार झटकों से टीम ने लडख़ड़ाकर जीत के मुकाम से पहले 200 रनों पर ही घुटने टेक दिए। दिलचस्प बात यह है कि इस हार के साथ ही बैंगलोर की टीम तीसरी बार आईपीएल के फाइनल में पहुंचकर हार का स्वाद चख चुकी है।
विराट कोहली को मिले सबसे ज्यादा अवार्ड : आईपीएल में शानदार प्रदर्शन की वजह से विराट कोहली को कई अवार्ड मिले। विराट कोहली ने इस संस्करण में सबसे ज्यादा 974 रन बनाए जिसकी वजह से उन्हें सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज का पुरस्कार मिला और कोहली ऑरेंज कैप के हकदार बन गए। कोहली को सर्वश्रेष्ठ मूल्यवान खिलाड़ी का अवार्ड भी मिला। इतना ही नहीं, टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 36 छक्के मारने की वजह से कोहली को 10 लाख रुपये देकर भी सम्मानित किया गया।
भुवनेश्वर कुमार को मिली पर्पल कैप : पूरे टूर्नामेंट में शानदार गेंदबाजी की वजह से भुवनेश्वर कुमार को पर्पल कैप के साथ-साथ 10 लाख रुपये भी मिले। पर्पल कैप उस गेंदबाज को दी जाती है जिसने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का गौरव हासिल किया हो। भुवनेश्वर कुमार ने 17 मैच खेलते हुए सबसे ज्यादा 23 विकेट हासिल किए।
दूसरे खिलाडिय़ों को भी कई अवार्ड मिले : सर्वश्रेष्ठ कैच का आवर्ड सुरेश रैना को मिला। इस संस्करण में इमर्जिंग खिलाड़ी का खिताब सनराइजर्स हैदराबाद के गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को मिला। वोडाफोन सुपरफास्ट अर्द्धशतक के लिए क्रिस मॉरिस को सम्मानित किया गया। मॉरिस ने इस आईपीएल संस्करण में सबसे ज्यादा तेज अर्द्धशतक ठोके थे। गुजरात लायंस के खिलाफ मॉरिस ने सिर्फ 17 गेंदों पर अर्द्धशतक जमाया था। फ्रीचार्ज बोल्ट सीजन अवार्ड एबी डिविलियर्स को मिला। यह अवार्ड पूरे टूर्नामेंट में शानदार फील्डिंग के लिए दिया जाता है।
अपने रिकॉर्ड के बारे में क्या बोले कोहली: पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान जब कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने कोहली से पूछा कि क्या एक संस्करण में उनके द्वारा बनाए गए सबसे ज्यादा 974 रन का रिकॉर्ड कोई तोड़ पाएगा तो कोहली ने जवाब दिया क्यों नहीं। रिकॉर्ड तोडऩे के लिए बनाए जाते हैं, अगर कोई एक संस्करण में उनसे ज्यादा अच्छा खेला तो रिकॉर्ड टूट सकता है। कोहली का कहना था कि पहले 740 का रिकॉर्ड बहुत बड़ा लगता था, लेकिन अगर कोई सिर्फ अच्छा खेलते हुए अपनी टीम को जीताना चाहता है तो रन बनाने के साथ-साथ रिकॉर्ड भी बनते जाएंगे।
अपने चार शतक के बारे में क्या रहा कोहली का जवाब : संजय मांजेरकर ने जब एक संस्करण में सबसे ज्यादा चार शतक लगाए जाने के बारे में पूछा तो कोहली का कहना था कि इन चार शतकों को लेकर वह खुद आश्चर्य में है, कोहली ने कहा, उनका मुख्य मकसद था टीम के लिए एक अच्छा स्कोर खड़ा करना और इस प्रक्रिया में वह यह रिकॉर्ड बनाते गए। जाते-जाते कोहली यह भी बोलते गए कि यह भी ध्यान रखना चाहिए कि वह सलामी बल्लेबाज के रूप में बल्लेबाजी कर रहे थे और उन्हें ज्यादा गेंद खेलने का मौका मिल रहा था जो दूसरे या तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए बल्लेबाजों को नहीं मिलता है।