04-Jun-2016 08:03 AM
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खुरदरी खादी को चिकनी बनाने में जुटी मध्यप्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की प्रबंध संचालक रेणु तिवारी को खादी की ब्रांडिंग का भूत कुछ इस कदर सवार है कि उनके जुनून के आगे कइयों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हद तो यह देखिए कि लोगों की गुहार के बाद भी मैडम सुनने को तैयार नहीं है और अपनी मनमानी कर रही है।
दरअसल खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा एमपी नगर जोन-1 स्थित चित्तौड़ काम्पलेक्स में शोरूम के लिए निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। यही नहीं इस काम्पलेक्स के जिस हिस्से में खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड का आफिस है उसे बाउंड्रीवाल से घेरा जा रहा है। इसको लेकर वहां स्थित अन्य शासकीय और अशासकीय लोगों द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई है। लोगों का कहना है कि यहां इस तरह के निर्माण की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन विभाग द्वारा यहां निर्माण कार्य करवाकर बेसमेंट में चलने वाले कार्यालयों की हवा और रोशनी बाधित की जा रही है।
यहां कराया जा रहा निर्माण कार्य पूरी तरह अवैध है। क्योंकि यहां जितने भी सरकारी कार्यालय हैं उन्होंने भोपाल विकास प्राधिकरण से लीज एग्रीमेंट के तहत ऑफिस लिया है। यहां कोई भी निर्माण कार्य प्राधिकरण के माध्यम से ही हो सकता है। लेकिन नियमों को दरकिनार कर खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है। निर्माण कार्य के दौरान तोड़-फोड़ भी की गई है। बताया जाता है कि इस संदर्भ में रक्षा मंत्रालय के अधीन आने वाले भारत सरकार की मिनी रत्न कंपनी बीईएमएल लिमिटेड ने सबसे पहले 15 फरवरी 2015 को खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के ब्रांच मैनेजर को पत्र लिखकर निर्माण कार्य न करने की न करने की बात कही थी। अपने इस पत्र में कंपनी ने लिखा था कि हमारा जिला कार्यालय ग्राउंड फ्लोर पर है। अगर खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा निर्माण कार्य और तोड़-फोड़ कराया जाता है तो हमारे यहां प्रकाश और हवा बाधित होगी। इससे हमें परेशानी होगी। कंपनी ने कहा था कि बोर्ड द्वारा जो अवैध दीवार बनाई जा रही है वह ठीक नहीं है। उसके बाद भी बोर्ड द्वारा लगातार निर्माण कार्य कराया जा रहा है। कंपनी ने दो दिन के अंदर अवैध तरीके से बन रही दीवार को तोडऩे को कहा था। लेकिन उसके बाद भी बोर्ड ने कंपनी की एक नहीं सुनी और लगातार निर्माण कार्य करवाया।
8 महीने बाद भी बोर्ड द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्य नहीं रुकने पर कंपनी ने 3.10.2015 को पुन: खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के ब्रांच मैनेजर को पत्र लिखकर निर्माण कार्यों को लेकर आपत्ति उठाई। लेकिन खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारी निर्माण कार्य रोकने के तैयार नहीं हुए। बताया जाता है कि मध्यप्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की प्रबंध संचालक रेणु तिवारी के निर्देश पर यह पूरा कार्य करवाया जा रहा है। इस काम्पलेक्स में चलने वाले अन्य कार्यालयों की शिकायतों को निरंतर दरकिनार किया जा रहा है। इससे इनमें रोष है। इस संदर्भ में जब श्रीमती तिवारी से उनके मोबाइल फोन पर बात की गई तो सवाल सुनने के बाद उन्होंने फोन डिस्कनेक्ट कर दिया और बाद में लगातार फोन करने के बाद भी रिसीव नहीं किया। वहीं बोर्ड के ब्रांच मैनेजर अजीत प्रजापति का कहना है कि हमने यह काम्पलेक्स बीडीए से खरीदा है और यहां पहले भी बाउंड्रीवाल थी। हां यह बात सही है कि हमने नई बाउंड्रीवाल बनाने की सूचना न तो बीडीए से परमीशन ली है और न ही किसी तरह की सूचना दी है। आसपास की संस्थाओं को भी यहां पार्किंग के लिए कहा है।
दरअसल खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की प्रबंध संचालक शुरू से अपनी मनमानी के लिए जानी जाती हैं। इसका परिणाम यह होता है कि वे जिस विभाग में भी रहती हैं वहां के लोगों से उनकी कम ही पटरी बैठ पाती है। खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड में आने के बाद तो इन्होंने अन्य विभागों से भी पंगा ले लिया है। यानी अपने तो अपने दूसरे भी मैडम की मनमानी से आजिज आ चुके हैं।
-राजेश बोरकर