02-Feb-2016 07:26 AM
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कदम दर कदम नई ऊंचाइयों को छूती हुई सानिया-हिंगस की जोड़ी ने लगातार 31वीं जीत दर्ज कर ली। दोनों ने अपनी जोड़ी का जलवा बिखेरा है। जीत के सिलसिले को जारी रखते हुए ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस चैंपियनशिप में महिला डबल्स

खिताब हासिल किया। पिछले वर्ष जोड़ी बनाने के बाद से इनका यह 12वां खिताब है। सानिया-हिंगिस नें लगातार 31 वीं जीत दर्ज करते हुए 22 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इन दोनों ने प्युर्टो रिको की गिगी फर्नांडीज और बेलारूस की नताशा जवेरा के 1994 में बने लगातार 28 जीत के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। अब ये जोड़ी 1990 में हेलेना सुकोवा-याना नोवोत्ना के लगातार 44 जीत के वल्र्ड रिकॉर्ड से दूर है।
सानिया-हिंगिस की शीर्ष वरीय जोड़ी ने फाइनल में सातवीं वरीयता प्राप्त चेक गणराज्य की लूसी हरडेस्का और आंद्रिया हलावाकोवा को 7-6 (1), 6-3 से हराया। इससे पहले इस इंडो-स्विस जोड़ी ने विम्बल्डन और यूएस ओपन ग्रैंड स्लैम खिताब जीते थे। पहले सेट में जोरदार खेल देखने को मिला और कुल 8 सर्विस ब्रेक देखने को मिले। इस सेट में 1-1 के स्कोर के बाद हर खिलाड़ी की सर्विस दो-दो बार भंग हुई और सर्विस ब्रेक का सिलसिला 10वें गेम तक चला। इसके बाद हिंगिस ने 11वें और आंद्रिया ने 12वें गेम में सर्विस बरकरार रखी और सेट टाइब्रैकर में चला गया, जहां दुनिया की नंबर एक जोड़ी ने जबर्दस्त खेल दिखाते हुए इसे आसानी से 7-1 से अपने नाम कर मैच में बढ़त हासिल की। यह सेट 62 मिनटों तक चला। पहला सेट जीतने के बाद सानिया-हिंगिस की जोड़ी ने लय हासिल कर ली और दूसरे सेट में उन्हें ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। इस सेट में इंडो-स्विस जोड़ी ने विपक्षी खिलाडिय़ों की तीन बार भंग की जबकि उनकी सर्विस दो बार भंग हुई। उन्होंने यह सेट 6-3 से जीता।
29 वर्षीया सानिया ने पिछले वर्ष 35 वर्षीया हिंगिस के साथ जोड़ी बनाई थी और इसके बाद से ही इन्होंने लगातार सफलताएं हासिल की। इन्होंने 2015 में कुल 9 खिताब जीते, जिनमें दो ग्रैंड स्लैम खिताब (विम्बल्डन और यूएस ओपन) तथा सत्र की समाप्ति वाला डब्ल्यूटीए फाइनल्स खिताब शामिल था। दुनिया की नंबर एक जोड़ी ने इसके बाद इन्होंने इस वर्ष ब्रिस्बेन और सिडनी में खिताबी सफलताएं हासिल कर ऑस्ट्रेलियन ओपन के लिए अपने इरादे जाहिर कर दिए थे। सानिया ने इसी के साथ छठां ग्रैंड स्लैम खिताब हासिल कर लिया। उन्होंने महिला डबल्स तथा मिक्स्ड डबल्स में तीन-तीन ?ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं। महिला डबल्स के उन्होंने तीनों खिताब हिंगिस (2015 में विम्बल्डन और यूएस ओपन तथा 2016 में ऑस्ट्रेलियन ओपन) के साथ हासिल किए। मिक्स्ड डबल्स में सानिया ने महेश भूपति के साथ 2009 में ऑस्ट्रेलियन तथा 2012 में फ्रेंच ओपन खिताब तथा ब्रूनो सोआरेस के साथ 2014 में यूएस ओपन खिताब अपने नाम किए।
सानिया ने साल 2014 में इंचियोन एशियाई खेलों में साकेत मिनेनी के साथ मिक्सड डबल्स का गोल्ड और प्रार्थना थोंबरे के साथ वुमन डबल्स का ब्रॉन्ज मेडल जीता था। हैदराबाद की सानिया ने 2014 में यूएस ओपन में ब्राजील के ब्रूनो सोरेस के साथ मिक्सड डबल्स का खिताब जीता था। 2003 से 2013 में लगातार एक दशक तक वह महिला टेनिस संघ डब्ल्यूटीए के एकल और डबल में शीर्ष भारतीय टेनिस खिलाड़ी के रूप में अपना स्थान बनाए रखने में सफल रहीं। उसके बाद एकल प्रतियोगिता से उनकी सेवानिवृत्ति के बाद शीर्ष स्थान पर अंकिता रैना का नाम आ गया।