मंच ही नहीं अब जमीनी स्तर पर भी दिखेगी एकता
16-Jan-2016 11:03 AM 1234745

अक्सर कहा जाता है कि कांग्रेस ऐसी पार्टी है जिसे कोई दूसरी पार्टी नहीं बल्कि खुद कांग्रेसी ही हराते हैं। अब इस मिथक को तोडऩे के लिए मप्र कांग्रेस ने पार्टी का जमीनी स्तर पर एक करने की तैयारी की है। इसके लिए इस माह की शुरूआत में ही प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव और प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश की उपस्थिति में दो दिन मंथन किया गया। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित इस बैठक में जिला व शहर कांग्रेस अध्यक्षों, समन्वयकों के साथ अन्य कई नेताओं की पीड़ा उभर कर सामने आई। इसके बाद निर्णय लिया गया है ऐसी स्थिति दोबारा न बने इसके लिए हमें मिलकर काम करना होगा। अरूण यादव ने कहा कि कांग्रेस नेता एक है, एक रहेंगे और अब यह एकता जमीनी स्तर पर भी नजर आएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के बड़े नेताओं की एकता सिर्फ मंच तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आने वाले दिनों में जमीनी स्तर पर भी नजर आएगी। राज्य की भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली की निंदा करते हुए मोहन प्रकाश ने कहा कि भाजपा की नुकसानदायक सरकार के चलते राज्य के युवा, किसान, दलित, महिलाओं को अत्याचार का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए हमें जनता के साथ खड़ा होना चाहिए।
इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री महेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि वह मु यमंत्री के खिलाफ बुदनी में चुनाव लड़े, पर अब उन्हें पूछा नहीं जाता। उन्हें अकेला छोड़ दिया गया है। इसी तरह जबलपुर के दिनेश यादव ने कहा कि आए दिन सुनने को मिलता है कि हमें या अन्य पदाधिकारियों को हटाया जा रहा है, ऐसे में हमारी कौन सुनेगा। करीब तीन माह बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई बैठक में पदाधिकारियों ने प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाश और प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव की मौजूदगी में कई सुझाव रखे। जबलपुर संभाग से आए पदाधिकारियों ने कहा कि जो चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ काम कर रहे थे, अब उन्हें पार्टी में महत्व दिया जा रहा है। महेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि हमें हमारा काम बताया जाए। हम जिस जिले में रहते हैं, वहां हमारी भूमिका साफ होनी चाहिए। पूर्व मंत्री महेश जोशी ने कहा कि जब हम चुनाव लड़ते हैं तो कार्यकर्ता दूसरे क्षेत्रों में प्रचार करने के लिए चले जाते हैं, ये बंद होना चाहिए। अध्यक्षजी आपको दौरे करने पड़ेंगे। संगठन का कामकाज दूसरों पर छोडि़ए। वहीं, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि लोगों में भ्रम है कि हमारे यहां त्वरित निर्णय नहीं होते हैं। प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने बीते दो साल में मिली चुनावी हार का आकलन करने की बात रखते हुए बी फार्म देने की व्यवस्था में सुधार की गुंजाइश बताई। उन्होंने कहा कि घर वापसी अभियान चलाया जाना चाहिए। बैठक में प्रदेश महासचिव और प्रदेश अध्यक्ष ने सभी पदाधिकारियों की बातें सुनीं। इसके बाद दोनों पदाधिकारियों ने जिला अध्यक्षों से वन-टू-वन भी किया। बैठक में तय किया गया कि मार्च तक बूथ और सेक्टर कमेटियों का गठन हर हाल में किया जाए। इसमें युवाओं के साथ हर वर्ग के कार्यकर्ता हों। जिला स्तर पर विभिन्न वर्गों के सामाजिक स मेलन, हर ब्लाक के हाट बाजार, शहरों के चौराहों पर केंद्र व राज्य सरकार की विफलता और भ्रष्टाचार का उजागर करते हुए कार्यक्रम किए जाएं। बैठक में संभाग स्तर पर प्रशिक्षण शिविर लगाने की योजना बताई गई। फरवरी में ओंकारेश्वर और मार्च में भेड़ाघाट में शिविर होंगे। बैठक में संगठन चुनाव, सदस्यता, जिला अध्यक्ष व समन्वयकों के कामकाज की समीक्षा करने के साथ कामकाज में सुधार के निर्देश दिए गए।
अप्रैल में होगा कांग्रेस का जनप्रतिनिधि सम्मेलन
प्रदेश कांग्रेस के निर्वाचित जनप्रतिनिधि अप्रैल में पहली बार भोपाल स मेलन में एक साथ जुटेंगे। इसमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी हिस्सा लेंगे। इसके लिए प्रदेश संगठन ने जिला इकाइयों से जनप्रतिनिधियों का ब्योरा मांगा है। स मेलन में दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में 2018 के विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी। प्रदेश कांग्रेस काफी दिनों से कोशिश में है कि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी का एक बड़ा कार्यक्रम प्रदेश में आयोजित करे।
संघ की तर्ज पर कैडर तैयार करेगी कांग्रेस
दिसंबर 2018 में संभावित अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को शिकस्त देने और संगठन को मजबूत करने के लिए प्रदेश कांग्रेस संघ की तर्ज पर अपना कैडर तैयार करेगी। ये संगठन के आंख व कान होंगे। इन्हें प्रशिक्षण देकर तैयार किया जाएगा। ये लोग जिले और ब्लॉक में जाकर टीम तैयार करेंगे। प्रदेश में पहला प्रशिक्षण शिविर फरवरी में ओंकारेश्वर में होगा। इसमें इंदौर और उज्जैन संभाग के 300 चुनिंदा कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे। शिविर की रूपरेखा तय करने के लिए पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन को मु य समन्वयक बनाया है। प्रदेश के प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाश और प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने ऐसे कार्यकर्ता तैयार करने की रणनीति बनाई है, जो किसी नेता नहीं सिर्फ पार्टी के लिए काम करेंगे। दरअसल, प्रदेश में कांग्रेस कई गुटों में बंटी हुई है। इसके कारण चुनाव में पार्टी को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह तो महज आठ हजार वोटों से लोकसभा चुनाव हार गए थे।


पार्टी के विधायक रहे नारायण त्रिपाठी ने बीजेपी से हाथ मिला लिया था। यही वजह है कि कांग्रेस ने संगठन आधारित पूर्णकालिक कैडर तैयार करने का निर्णय किया है। मु य प्रवक्ता केके मिश्रा ने बताया कि बड़ी सं या में मतदाता 18 से 20 साल के हैं। इन्हें कांग्रेस के साथ-साथ राजनीतिक स्थिति के बारे में बताने के साथ संगठनात्मक ढांचा खड़ा करने मास्टर ट्रेनर तैयार करने हर संभाग में शिविर लगाए जाएंगे। इसमें जनता से संवाद स्थापित करने, बुनियादी मुद्दों को उठाकर आंदोलन खड़ा करने और चुनाव में बूथ मैनेजमेंट का पाठ पढ़ाया जाएगा। प्रशिक्षण शिविर के लिए राजा पटेरिया, सुरेंद्र सिंह ठाकुर, आरके दोगने, नर्मदाप्रसाद शर्मा की कमेटी भी बनाई गई है। ओंकारेश्वर में शिविर पांच दिन का होगा। इसमें कड़ा अनुशासन रहेगा। सुबह आठ से रात दस बजे तक की दिनचर्या तय रहेगी। प्रशिक्षण देने के लिए वक्ताओं को देशभर से बुलाया जाएगा। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को प्रस्ताव भेजकर नाम मांगे हैं। ओंकारेश्वर के बाद मार्च में भेड़ाघाट और अप्रैल में ओरछा में शिविर होगा। संगठन महामंत्री चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि 2017 के अंत तक ब्लाक स्तर पर प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की टीम खड़ा करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रशिक्षण के लिए युवा कार्यकर्ताओं का चयन प्रदेश कांग्रेस करेगी। इसमें सभी वर्गों की हिस्सेदारी होगी।
-भोपाल से अरविंद नारद

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