17-Nov-2015 08:20 AM
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सुमित्रा महाजन और उषा ठाकुर के बीच यह जंग विधानसभा चुनाव के समय ही शुरू हो गई थी। दरअसल, सारे समीकरण बिगाड़कर तीन नंबर विधानसभा का टिकट लाने की वजह से उषा ठाकुर से आज भी सबसे ज्यादा कोई नाराज है, तो

वह हैं लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन। ताई मौका आने पर चुटकी लेने से नहीं चूकती है। गत दिनों इंदौर में दीपावली पूजन पर संगठन महामंत्री अरविंद मेनन के सामने ताई ने यही किया। बातों ही बातों में बोल दिया कि उषा तो सिर्फ दिखावा करती हैं। दीपावली के दिन भाजपा कार्यालय पर महालक्ष्मी पूजन का कार्यक्रम रखा गया था। इस मौके पर लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ताई प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री अरविंद मेनन, पूर्व मेयर कृष्णमुरारी मोघे, विधायक सुदर्शन गुप्ता, आईडीए अध्यक्ष शंकर लालवानी सहित कई नेता मौजूद थे। आरती के बाद सभी नेताओं से कार्यकर्ता मुलाकात करके बधाई दे रहे थे। इसी दौरान तीन नंबर विधायक उषा ठाकुर पहुंचीं और सभी को बधाई देने लगी। उनके हाथ में मिठाई का डिब्बा खुला हुआ था, जिसे देखकर नगर महामंत्री कमल वाघेला बोले कि दीदी बधाई के साथ में मिठाई तो खिलाओ। बस वाघेला का इतना बोलना हुआ और ताई ने चुटकी ले ली। कहना था कि उषा हमेशा सिर्फ दिखावा करती हैं। ये सुनकर सभी मुस्करा दिए। इस पर उषा ठाकुर ने सफाई दी कि बधाई देने में मग्न हो गई थीं, ध्यान नहीं रहा मिठाई का डिब्बा हाथ में है। सबसे प्रेम से मिल लें ये मिठाई से बड़ी बात है। ताई और दीदी के बीच में राजनीतिक तौर पर कभी पटरी नहीं बैठी। यह गांठ विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के समय ज्यादा मजबूत हो गई। ताई चाहती थी कि राऊ विधानसभा से बेटे मंदार महाजन का टिकट हो तो वहीं कैलाश विजयवर्गीय भी तीन नंबर विधानसभा लडऩा चाहते थे। इसके चलते दोनों नेताओं के बीच में समझौता भी हो गया, लेकिन दीदी ने सारे समीकरण बिगाड़ दिए। एक तरफ मंदार का टिकट कटा तो दूसरी तरफ मजबूरी में विजयवर्गीय को महू से चुनाव लडऩा पड़ा। इससे खार खाए बैठी ताई हमेशा मौका ढूढती रहती हैं कि वे दीदी को सबक सीखाएं।
ताई पहले भी दे चुकी झटका
पर्यावरण बचाओ के संदेश को लेकर विधायक उषा ठाकुर ने कुछ महीनों पहले साइकिल रैली निकाली थी। उस दिन ताई का बड़े अस्पताल में दौरा था। दीदी अपना कारवां लेकर वहां पहुंच गईं। उस दौरान दीदी ने साइकिल चलाने का न्योता दिया तो ताई ने करारा जवाब देते हुए कहा कि मुझे नौटंकी नहीं आती है। ये सुनकर कार्यकर्ता भी स्तब्ध रह गए। आज-कल ताई और दीदी में जोन अध्यक्षों को लेकर भी जंग छिड़ी हुई है। जोन अध्यक्षों को लेकर चली खींचतान में दीदी चाहती है कि एक नंबर विधानसभा के एक जोन में उनके समर्थक को अध्यक्ष बनाया जाए। इसके लिए विधायक सुदर्शन गुप्ता राजी नहीं है। इस पर दबाव बनाने के लिए उषा ठाकुर तीन नंबर के नगर निगम जोन पर अपने समर्थक के लिए अड़ गईं जबकि यहां से ताई ने अपने समर्थक का नाम रखा। दीदी ने साफ कर दिया कि एक में मेरा समर्थक बनेगा तो तीन में ताई का। दीदी को मालूम है कि ताई अपने खास को बनवाने के लिए विधायक गुप्ता पर दबाव बनाएंगी। बताया जाता है कि दीदी के आक्रामक रवैए और विवादास्पद बयानों के कारण भी उनके विरोध में में नेता लामबंद होने लगे हैं। पिछले महिने ही तीन नंबर विधानसभा में विकास के काम शुरू नहीं होने से नाराज विधायक उषा ठाकुर महापौर मालिनी गौड़ पर नाराज हो गई थी। यही नहीं विधायक ने जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह से भी महापौर और अफसरों के इस रवैये की शिकायत की थी। बाद में मंत्री ने बंद कमरे में विधायक से चर्चा कर मामला सुलझाने का आश्वासन दिया था। बताया जाता है कि विधायक द्वारा बात-बात पर अफसरों पर नाराजगी जताने की लगातार शिकायतें संगठन को मिल रही है। कई लोगों ने ताई से भी दीदी के व्यवहार की शिकायत की है इस कारण वे कई नेताओं की आंख की किरकिरी बनी हुई हैं। बताया तो यहां तक जाता है कि दीदी को घेरने के लिए ताई और भाई समर्थक नेता एकजुट होने लगे हैं। अब देखना यह है कि यह जंग प्रदेश की राजनीति में क्या गुल खिलाती है।
-इंदौर से नवीन रघुवंशी