19-Mar-2013 09:50 AM
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भारतीय क्रिकेट टीम ने घरेलू मैदानों पर अपनी लय फिर प्राप्त कर ली है। हाल ही में आस्ट्रेलिया को दूसरे टेस्ट मैच में हैदराबाद में एक पारी और 135 रन से रौंदते हुए भारतीय क्रिकेट टीम ने घरेलू मैदानों पर अपनी बादशाहत का संकेत दिया है। इस मैच में वीरेंद्र सहवाग के सस्ते में आउट होने और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के मात्र 7 रन के सहयोग के बावजूद भारत ने आस्ट्रेलिया को खेल के हर क्षेत्र में पछाड़ा।
जडेजा और भुवनेश्वर कुमार ने पहली पारी में दमदार प्रदर्शन करते हुए आस्ट्रेलिया को 237 रन पर रोक दिया तो बाद में 237 रन के स्कोर को कम्पीट करते हुए भारत ने मुरली विजय द्वारा बनाए गए 167 रन तथा चेतेश्वर पुजारा की 204 रन की पारी की बदौलत 503 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया और आस्ट्रेलिया को 266 रन की लीड दी। जिसे पूरा करने में आस्ट्रेलिया टीम असमर्थ रही और दूसरी पारी में 131 रन ही जोड़ सकी। भारत की आस्ट्रेलिया पर यह दूसरी सबसे विशाल जीत है। दूसरी पारी में अश्विन की गेंदबाजी के सामने कंगारू ध्वस्त होते नजर आए। अश्विन ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट झटके, जडेजा भी प्रभावी रहे उन्होंने तीन विकेट लेकर कंगारुओं की कमर तोड़ दी। पहली पारी में थोड़ा दम दिखाने वाले क्लार्क को 16 रन पर जब जडेजा ने बोल्ड किया तो यह तय हो गया था कि आस्ट्रेलियाई टीम लंच तक भी नहीं टिक पाएगी और वही हुआ। तीसरे दिन दो विकेट पर 74 रन बनानी वाली आस्ट्रेलियाई टीम अपने खाते में 67 रन और जोड़ पाई। इस जीत ने भारतीय खेमे में उत्साह पैदा किया है। पिछले लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट में भारत का प्रदर्शन विदेशी और घरेलू मैदानों पर दयनीय रहा है। इंग्लैंड में भारत 4-0 से पिट गया था वहीं भारतीय दौरे पर इंग्लैंड टीम ने भारत को उसकी जमीन पर ही सीरीज में पराजित कर दिया था। लेकिन उसके बाद खेल में गुणात्मक सुधार देखने को मिला है और अब लग रहा है कि टीम द्रविड़, लक्ष्मण जैसे दिग्गजों के सन्यास के आघात से उबर चुकी है।