05-May-2015 03:26 PM
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केट के मैदान पर एक के बाद एक चोटों के लगने का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। एक बार फिर मैदान से बुरी खबर सुनने को मिली जब मैच के दौरान हुए एक दुखद हादसे ने बंगाल के एक प्रतिभाशाली बल्लेबाज अंकित केशरी को हमसे छीन लिया। 17 अप्रैल को बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के सीनियर एक दिवसीय नाक आउट मुकाबले के दौरान अंकित को चोट लग गई थी। बंगाल के पूर्व अंडर 19 कप्तान अंकित केशरी तीन दिन से अस्पताल में थे और उन्होंने रिकवरी के संकेत भी दिए थे जिसके बाद उन्हें मुंह से खाना दिया गया। लेकिन उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद वेंटिलेटर पर रखना पड़ा और बाद में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मैदान पर क्रिकेटरों के चोटिल होने और उनकी मौत की घटनाएं कम होने के बजाए बढ़ती ही जा रही हैं। मैदान पर चोट लगने की घटना कोई नई नहीं है। पहले भी खेल के दौरान कई क्रिकेटर्स को चोट लगी हैं। मैदान पर चोटिल होने वाले क्रिकेटरों की सूची काफी लंबी है, जिनमें से कुछ को अपनी जान भी गंवानी पड़ी तो कुछ क्रिकेटरों का करियर खत्म भी हो गया। हालांकि कुछ ऐसे भी है जो चोट लगने के बाद क्रिकेट के मैदान पर वापसी करने में सफल रहे। हाल के दिनों में मैदान पर हुई सबसे दर्दनाक घटना ऑस्ट्रेलिया के 25 वर्षीय फिल ह्यूज के साथ घटी जो घरेलू शेफील्ड शील्ड में एक मैच के दौरान सिर पर गेंद लगने से घायल हो गए। वह 3 दिन तक कोमा में रहे और फिर उनकी मौत हो गई। सियन एबोट के बाउंसर को हुक करने के प्रयास में गेंद उनके गर्दन पर लगी और मैदान पर गिर पड़े और फिर कभी नहीं उठे। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर फिल ह्यूज की घटना के दो दिन बाद क्रिकेट के मैदान पर ही एक और हादसा हुआ। इसराइल के शहर एसडोड में गर्दन पर गेंद लगने से भारतीय मूल के एक अंपायर की मौत हो गई। इसराइल टीम के कप्तान रहे हिलेल अवास्कर की गर्दन पर एक तेज शॉट पहले स्टंप से टकराई और फिर उनकी गर्दन पर लगी। नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई। फिल ह्यूज और अंपायर की मैदान पर हुए हादसों से मौत के कुछ समय बाद राजस्थान के उदयपुर जिले में एक जिला स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता के दौरान गर्दन पर गेंद लगने से 12वीं में पढऩे वाले रणजीत सुथार (18) की भी जान चली गई थी। इस घटना के बाद ह्यूज के दोस्त डेनियल ह्यूज भी क्रिकेट खेलते वक्त बाउसंर लगने से बेहोश गए थे। बाद में उन्हें होश आ गई थी। मैदान पर मौत की एक और दुखद खबर पाकिस्तान से आई। 25 जनवरी को 18 साल के एक पाकिस्तानी क्रिकेटर जीशान मोहम्मद मौत बल्लेबाजी के दौरान गेंद के छाती पर बाउंसर लगने से मौत हो गई। गेंद लगते ही वह मैदान पर ही गिर पड़े। उनके जमीन पर गिर जाने के बाद मैदान में कोहराम मच गया। आनन-फानन में जीशान को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन डॉक्टरों ने वहां जीशान को मृत घोषित कर दिया। क्रिकेट के मैदान में गेंद लगने से किसी खिलाड़ी की मौत की पहली घटना 144 साल पहले हुई थी। 1870 में इस हादसे के शिकार हुए नाटिंघमशर (इंग्लैंड) के जॉर्ज समर्स ने अपना दम तोड़ दिया था। इसके बाद बीच-बीच में खिलाडिय़ों के चोट लगने और दम तोडऩे की घटना बढ़ती गई। हालांकि कुछ ऐसे भी हैं जो इन चोटों से उबर गए और मैदान पर वापसी भी कर सके। 1975 में एक टेस्ट मैच के दौरान न्यूजीलैंड के बल्लेबाज इवेन चैटफील्ड इंग्लैंड के पीटर लीवन के गेंद को भांप नहीं सके और गेंद उनकी कनपटी में लग गई। गेंद लगते ही वह मैदान पर गिर गए, और जीभ तक सूजन आ गई। एक समय तो उनकी धड़कन ही बंद हो गई थी लेकिन हास्पिटल में काफी संघर्ष के बाद वह ठीक हुए और 2 साल बाद क्रिकेट के मैदान पर लौटने में कामयाब रहे। क्रिकेट को जेंटलमैन गेमÓÓ कहा जाता है लेकिन कभी-कभी यह अनचाही कारणों से भी चर्चा में रहता है। 1977 में एक टेस्ट मैच के दौरान इंग्लैंड के गेंदबाज बॉब विलिस की गेंद पर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज रिक मैक्कोस्कर का जबड़ा ही टूट गया। जबड़े के टूटने के बाद चेहरे पर काफी बैंडेज भी लगाया गया। हालांकि वह दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आए और अपनी टीम की जीत में अपना अहम योगदान दिया। क्रिकेट कभी-कभी अनचाही कारणों से भी चर्चा में रहता है। 1977 में एक टेस्ट मैच के दौरान इंग्लैंड के गेंदबाज बॉब विलिस की गेंद पर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज रिक मैक्कोस्कर का जबड़ा ही टूट गया। जबड़े के टूटने के बाद चेहरे पर काफी बैंडेज भी लगाया गया। हालांकि वह दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आए और अपनी टीम की जीत में अपना अहम योगदान दिया। 17 जनवरी, 1959 को पाकिस्तान के क्रिकेटर अब्दुल अजीज की भी मौत मैदान पर हुई। 17 साल के इस विकेटकीपर को कायदे आजम ट्राफी के फाइनल मैच के दौरान छाती पर गेंद लगी और वह तुरंत ही अचेत हो गया और कभी होश में नहीं आया। हॉस्पिटल ले जाने के दौरान अजीत की रास्ते में ही मौत हो गई। 1960 में भारतीय कप्तान नारी कांट्रेकटर को बल्लेबाजी के दौरान वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज चार्ली ग्रेफिथ की गेंद गंभीर चोट लग गई थी। सिर में खून का थक्का जमने के कारण वह 6 दिनों तक अचेत रहे थे लेकिन इसके बाद वह कभी भी क्रिकेट नहीं खेल सके।
आईपीएल में चेन्नई आगे
डियन प्रीमियर लीग में अब सभी टीमों ने सात से ऊपर मुकाबले खेल लिए हैं और अंक तालिका में चेन्नई सुपरकिंग सबसे ऊपर पहुंच गई है। राजस्थान रायल्स दूसरे स्थान पर है। इन दोनों के 12 और 11 अंक हैं। बाकी टीमें इनसे काफी पीछे हैं। यह दोनों सेमीफाइनल के सफर में पहुंचने के करीब हैं। हालांकि कोलकाता नाईट राइडर्स के भी 7 अंक हैं, लेकिन उसका प्रदर्शन रायल चेलेंजर बैंगलौर, दिल्ली डेयरडेवल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के करीब ही है। मुंबई इंडियन्स और किंग्स इलेवन पंजाब की हालत दयनीय है। इनके 4-4 अंक हैं। तथा पदक तालिका में ये काफी निचले स्थान पर हैं। अभी तक का खेल देखा जाए तो चेन्नई और राजस्थान के अलावा कोलकाता और बेंगलौर आगे बढऩे के मुकाबले में ज्यादा सक्षम दिखाई दे रहे हैं। पिछले सीजन में जो खेल किंग्स इलेवन पंजाब ने दिखाया था वैसा खेल अब तक नजर नहीं आया है। भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी की राह देख रहे युवराज सिंह, वीरेन्द्र सहवाग, हरभजन सिंह फ्लाप रहे हैं। सबसे अच्छा प्रदर्शन आशीष नेहरा ने किया है। गौतम गंभीर भी फिलहाल ठीकठाक रहे हैं। जो महंगे खिलाड़ी थे वे इस सीजन में कोई ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाए। युवराज 16 करोड़ पाने के बावजूद रन के मामले में बहुत पीछे हैं। रायल चैलेंजर्स बैंगलोर के क्रिस गेल, डी विलियर्स, विराट कोहली जैसे खिलाडिय़ों का बल्ला एक-दो मैच में चला है। देखा जाए तो कप्तान के रूप में धोनी और टीम के रूप में चेन्नई ज्यादा सक्षम जान पड़ रहे हैं। लगता है इस बार चेन्नई बाजी मारेगी।