20-Dec-2014 03:10 PM
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तमिलनाडु की करिश्माई नेत्री जयराम जयललिता एक तरह से राजनीतिक वानप्रस्थ की ओर अग्रसर हो रही हैं। बताया जाता है कि सरकार ने भले ही नरमी दिखाई हो लेकिन सुप्रीम कोर्ट का रुख जयललिता के प्रति अत्यंत सख्त है। सुप्रीम कोर्ट ने आय से अधिक मामले में दायर जमानत याचिका पर 18 दिसंबर से पहले सुनवाई करने से इंकार कर दिया है, इसलिए जयललिता की मायूसी बढ़ गई है।
दिल्ली में जयललिता के बारे में जब सदन में कुछ गलत टिप्पणी की गई तो अन्ना दम्रुक के सांसद उबल पड़े और 15 मिनट तक बेहद गर्म माहौल बना रहा। दरअसल बहस श्रीलंका से तमिलनाडु के मझुआरों की रिहाई पर हो रही थी। उधर इन सबसे बेखबर यह पूर्व अभिनेत्री अब अपने घर में कैद हो चुकी हैं। बताया जाता है कि जयललिता न तो किसी से मिलती हैं और न ही पिछले 50 दिनों से घर से बाहर निकली हैं। उन्हें देखने वाले समर्थक भी मायूस होकर आना बंद हो गए हैं। जयललिता की इस चुप्पी का राज समझ से परे है।
कर्नाटक विस में मोबाइल पर प्रतिबंध
पहले कर्नाटक के दो मंत्री विधानसभा में अश्लील फिल्म देखने के कारण निलंबित किए गए थे और अब एक भाजपा के विधायक महोदय न जाने किस मकसद से कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी की फोटो अपने फोन पर सदन में निहार रहे थे। उनके इस कृत्य को किसी टीवी चैनल वाले ने कैद कर लिया और वह क्लिप चैनल पर चला दी। इसके बाद विधानसभा में हंगामा मच गया। बाद में विधानसभा अध्यक्ष ने अशोभनीय तरीके से प्रियंका गांधी का चित्र देखने पर भाजपा विधायक प्रभु चव्हाण को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया और साथ ही विधानसभा में मोबाइल लाना भी प्रतिबंधित कर दिया।
मार्केटिंग एक्ज्यूक्यूटिव आईएसआईएस का हिमायती
बैंगलोर के एक मेहंदी नामक व्यक्ति के ट्विटर अकाउन्ट से यह ज्ञात हुआ है कि वह आईएसआईएस का हिमायती है और इस्लामिक स्टेट का समर्थन करता है। यह जानकारी ब्रिटेन के चैनल-4 ने उजागर की। इसके बाद भारत की खुफिया एजेंसियां भी हरकत में आईं। बताया गया कि इस व्यक्ति पर नजर रखी जा रही थी। चांैकाने वाला तथ्य तो यह है कि आतंक का हिमायती यह व्यक्ति एक बड़ी भारतीय कंपनी में मार्केटिंग एक्ज्यूक्यूटिव है और शमी विटनेस नाम के ट्विटर अकान्उट से रोजाना ट्विट करता है। इस अकाउन्ट से किए गए ट्विट महीने में 20 लाख बार देखे जाते हंै और अकान्उट के 18 हजार फालोअर्स हैं। आईएसआईएस के लिए भर्ती करने की प्रक्रिया में भी यह अकाउन्ट शामिल है और कहा जाता है कि आईएसआईएस के सोशल मीडिया पर सबसे प्रभावी अकाउन्ट में से एक है और इस अकाउन्ट का संचालन करने वाले व्यक्ति के ब्रिटिश जेहादियों से भी संबंध हैं। दक्षिण के कई शहरों और महाराष्ट्र से इस्लामिक स्टेट के लिए लडऩे वाले लड़ाकों मेंं शामिल होने के लिए गए नवयुवकों की चिंता भी सरकार को सता रही है। सरकार को अंदेशा है कि कहीं इन भटके हुए युवाओं के सहारे आईएसआईएस जैसा जेहादी आतंकी संगठन भारत में कोई नेटवर्क न बना ले। भारत पहले ही कई आतंकी नेटवर्कों से जूझ रहा है, ऐसी स्थिति में यह नया खतरा परेशान करने वाला है। बैंगलोर पुलिस ने इस शख्स को गिरफ्तार कर लिया है और इससे पूछताछ की जा रही है।