20-Dec-2014 02:51 PM
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13 दिसंबर को भारत के खेल प्रेमियों को निराशा हाथ लगी। हॉकी और क्रिकेट दोनों में भारत जीत के करीब पहुंचकर हार गया। हॉकी के सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने भारत को 4-3 से हराया लेकिन जले पर नमक छिड़कते हुए जीत का जश्न बड़े भद्दे तरीके से मनाया। हालांकि फाइनल में पाकिस्तान को जर्मनी ने धाराशायी कर दिया और जर्मनी चैंपियन बन गया। भारत चौथे नंबर पर रहा। क्रिकेट में भी भाग्य भारत का साथ नहीं दिया एडिलेड में ऑस्टे्रलिया के साथ खेलते हुए विराट कोहली की जाबांज पारी के बावजूद भारत जीत से कुछ रन दूर रह गया लेकिन जिस तरह भारत ने संघर्ष किया वह काबिले तारीफ था। कोहली एक सिरे पर टिके हुए थे। लेकिन उनका साथ मुरली विजय को छोड़कर कोई अन्य खिलाड़ी नहीं दे पाया। अंपायरों का गलत निर्णय और उस पर रोहित शर्मा जैसे जिम्मेदार खिलाडिय़ों के बचकाने शॉट भारत की पराजय का कारण बने। विराट कोहली ने दोनों पारियों में शतक बनाया और बतौर कप्तान पहले मैच की दोनों पारियों में शतक बनाने वाले पहले भारतीय बने। कोहली ने यह कारनामा सबसे कम उम्र में करने का विश्व कीर्तिमान भी बनाया। इसके साथ ही अरसे बाद ऑस्ट्रेलिया की धरती पर भारत की दमदार शुरुआत देखने को मिली।
साथ-साथ न हो विश्व कप और ओलंपिक: बाक
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक ने कहा है कि उन्हें यकीन है कि फीफा 2022 फुटबॉल विश्व कप को उसी साल होने वाले शीतकालीन ओलंपिक की तारीखों से टकराने से बचाने के अपने वादे पर कायम रहेगा। गौरतलब है कि फुटबॉल की वैश्विक संस्था फीफा कतर की भीषण गर्मी से बचने के लिए टूर्नामेंट को जनवरी-फरवरी में कराने पर विचार कर रही है। फीफा ने आईओसी को आश्वासन दिया है कि इन दोनों प्रतियोगिताओं की तारीखें नहीं टकराएंगी लेकिन यूएफा अध्यक्ष माइकल प्लातीनी जैसे कुछ सीनियर फुटबॉल अधिकारियों ने हाल में सुझाव दिया था कि वे इन चिंताओं की ज्यादा परवाह नहीं करते। बाक ने हालांकि कहा कि उन्हें यकीन है कि फीफा अध्यक्ष सेप ब्लाटर का यह वादा अब भी कायम है कि कैलेंडर में यह दोनों प्रतियोगिताएं अलग अलग रहेंगी। बाक ने कहा, उनकी बात पर यकीन नहीं करने के लिए मेरे पास कोई कारण नहीं है। फीफा कतर में 2022 विश्व कप के आयोजन को लेकर विभिन्न विकल्पों का अध्ययन कर रहा है जिसमें दो मुख्य प्रस्ताव टूर्नामेंट का आयोजन नवंबर-दिसंबर या जनवरी-फरवरी में कराने को लेकर हैं।