नकली खाद का लंबा है नेटवर्क
07-Jan-2021 12:00 AM 845

 

मप्र में एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों को खुशहाल और संपन्न बनाने में जुटे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में नकली खाद और बीज का धंधा जोरों पर चल रहा है। हाल ही में संस्कारधानी जबलपुर में नकली खाद के गोरखधंधे का भंडाफोड़ हुआ है। खजरी-खिरिया बायपास पर 22 दिसंबर को हुए नकली खाद फैक्ट्री का नेटवर्क बढ़ता ही जा रहा है। अब माढ़ोताल क्षेत्र के ग्रीन सिटी में नकली खाद बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। यहां 40 लाख रुपए के रॉ मटेरियल और तैयार प्रोडक्ट मिले हैं। रिहायशी इलाके में एक मकान में चल रहे इस गोरखधंधे की जानकारी खजरी-खिरिया की कार्रवाई के दौरान ही मयंक खत्री ने दी थी। पुलिस इसके संचालक फूल सिंह लोधी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। गत दिनों इस सील मकान को खोलकर तलाशी ली गई तो इसका खुलासा हुआ। इसके भी लंबे लिंक मिले हैं।

जानकारी के अनुसार माढ़ोताल ग्रीन सिटी गली नंबर पांच में दुर्गा मंदिर के पास एक मकान में ये गोरखधंधा चल रहा था। इस नकली खाद फैक्ट्री के संचालक फूल सिंह लोधी को माढ़ोताल पुलिस ने तीन दिन पहले ही गिरफ्तार किया था। उसी के बाद इस मकान को सील कर दिया गया था। गत दिनों कृषि विभाग के उपसंचालक एसके निगम और अधारताल एसडीएम ऋषभ जैन की अगुवाई में टीम पहुंची और घर को खोला गया। यहां भी खजरी-खिरिया बायपास की तरह नमक, कोयला, डोलोमाइट डस्ट, चूना आदि रॉ मटेरियल मिक्स कर नकली खाद बनाया जा रहा था।

कृषि विभाग के उपसंचालक एसके निगम के मुताबिक 21 दिसंबर को अमर कृषि फार्म पर जो कार्रवाई की गई थी, उसी दौरान इसके बारे में मालूम चला था। पुलिस ने तभी सील कर दिया था। इस मकान को खोला गया, तो यहां विभिन्न कंपनियों के प्रोडक्ट, पैकिंग व रॉ मटेरियल मिले। बड़ी मात्रा में सील पैक, रैपर, खाली पैकेट मिले हैं। शंका है कि यह गोरखधंधा और नामी कंपनियों के नाम पर प्रोडक्ट बेचने का काम अर्से से चल रहा था। यहां काछी एग्रो नाम का तैयार प्रोडक्ट मिला है। इसका मुख्य ऑफिस इंदौर में है। लगभग 40 लाख रुपए का रॉ मटेरियल और प्रोडक्ट मिला है।

एसडीएम ऋषभ जैन ने बताया कि मकान मालिक और किराएदार दोनों पर कार्रवाई होगी। यहां दूसरी ब्रांडेड कंपनियों के नाम से प्रोडक्ट तैयार किया जा रहा था। खजरी-खिरिया बायपास की तुलना में यहां कई अन्य ब्रांडेड कंपनियों के नाम से तैयार नकली प्रोडक्ट मिला है। बड़ी मात्रा में रैपर, खाली पैकेट, सील करने की मशीन आदि जब्त हुई है। यहां से कई जगह सप्लाई हो रही थी। उसका भी लिंक मिला है। उन पर भी कार्रवाई होगी। इस मामले में अलग से एफआईआर होगी।

खजरी-खिरिया बायपास पर 22 दिसंबर को क्राइम ब्रांच और माढ़ोताल की संयुक्त टीम ने दबिश देकर नकली खाद-कीटनाशक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। इस नकली फैक्ट्री के संचालक बीटी तिराहा निवासी मयंक खत्री को उसी रात टीम ने नरसिंहपुर से गिरफ्तार किया था। वहीं अमर कृषि फॉर्म स्थित छह हजार वर्गफीट के गोदाम में दो करोड़ रुपए कीमत की सामग्री जब्त करते हुए मौके से पांच मजदूरों को गिरफ्तार किया गया था। मयंक से पूछताछ के आधार पर टीम ने उसी रात चेरीताल में संचालित महेश बीज-भंडार की दुकान को सील कर दिया था। दरअसल इस दुकान का संचालक मयंक का भाई महेश खत्री था। महेश मप्र, उप्र, असम व छत्तीसगढ़ में सप्लाई करता था। इसके खिलाफ कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है।

कृषि विभाग द्वारा महेश बीज भंडार की जांच की। जांच में प्रतिष्ठान में लाइसेंस की शर्तों के विपरीत दूसरी कंपनियों के कीटनाशक और खाद मिले। वहीं उसके बिल-बाउचर की जांच में ये भी खुलासा हुआ कि वह मप्र सहित उप्र, असम व छत्तीसगढ़ में भी नकली खाद व कीटनाशक की सप्लाई करता था। दुकान में स्टॉक पंजीयन तक नहीं मिला। कृषि विभाग के उप संचालक डॉ. एसके निगम के मुताबिक दुकान संचालक महेश खत्री के खिलाफ कोतवाली थाने में विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कराया गया। नकली खाद-कीटनाशक की फैक्ट्री चलाने वाले मयंक ने पूछताछ में बताया कि वह मार्बल पाउडर और कोयला सिवनी टोला से मंगवाता था। वहीं नमक के पैकेट खोवा मंडी से थोक में छह रुपए की दर से खरीदता था। रैपर व कई अन्य सामान वह राजस्थान से बुलवाता था। वहीं कीटनाशक की बोतल वह इंदौर से मंगवाता था।

16 गुना मुनाफे का खेल

दोनों ही स्थानों पर नकली खाद में नमक, पत्थर का चूरा, कोयला व चूना आदि का उपयोग किया जा रहा था। वहीं कीटनाशक तैयार करने में कोयले सहित सस्ता केमिकल मिलाया जा रहा था। दोनों ही स्थानों पर 50 रुपए से लेकर 5 हजार रुपए कीमत के प्रोडक्ट जब्त हुए हैं। जबकि रॉ मटेरियल सहित पैकिंग आदि का कुल खर्च मुश्किल से 10 से 50 रुपए आता था। आरोपी इस प्रोडक्ट में ब्रांडेड प्रोडक्ट वाली कीमत दर्शाते थे, लेकिन इसे दुकानदारों को 70 से 80 प्रतिशत के डिस्काउंट में देते थे। दुकानदार भी किसानों को डिस्काउंट में देते थे। इस कारण हाथोंहाथ नकली खाद-कीटनाशक बिक जाता था। ग्रीन सिटी में नकली खाद-कीटनाशक की दुकान में की गई कार्रवाई के दौरान मिले दस्तावेजों के बाद देर रात जिले की आठ खाद-कीटनाशक दुकानों को सील कर दिया है। इन दुकानों में कृषि केंद्र सिहोरा, दीपांशु कृषि फार्म ग्राम खुलरी, श्री सांई कृषि केंद्र बुढ़ागर, श्री कृषि सेवा केंद्र पौंडा, ओम कृषि केंद्र मझौली के गोदाम, हरिओम ट्रेडर्स लखनपुर, सत्य सांई कृषि केंद्र चरगंवा और वासुदेव कृषि केंद्र मझौली शामिल हैं। 

-  विकास दुबे

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