18-Feb-2013 09:25 AM
1234830
प्रख्यात अभिनेता कमल हासन की हिंदी सहित तीन भाषाओं में बनी फिल्म विश्वरूपÓ को देखने के बाद आपको इस फिल्म को लेकर हुए विवादों पर हैरानी होगी क्योंकि फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं जो कि आपत्तिजनक लगे। 95 करोड़ रूपए के मेगा बजट में बनी इस फिल्म के लिए मुश्किलें शुरू से ही रहीं। फिल्म पूरी होने के बाद इसे डीटीएच पर रिलीज करने के कमल हासन का प्रस्ताव पर विवाद हुआ जिसके चलते इसकी रिलीज तारीख आगे बढ़ानी पड़ी और उसके बाद कुछ मुस्लिम संगठनों ने फिल्म के कुछ दृश्यों पर आपत्ति कर उन्हें फिल्म से हटाने की मांग कर डाली जिसके चलते

तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में फिल्म को लेकर विवाद हुआ। आंध्र, कर्नाटक में तो फिल्म एक सप्ताह के विलंब के बाद प्रदर्शित हो गई लेकिन आखिरकार कुछ दृश्यों को हटाने पर कमल हासन के राजी हो जाने पर ही तमिलनाडु में इसके प्रदर्शन का रास्ता साफ हो सका।
अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर केंद्रित इस फिल्म की कहानी विश्वनाथ उर्फ विसाम (कमल हासन) के इर्दगिर्द घूमती है। विसाम अमेरिका में डांस टीचर है और उसकी पत्नी निरुपमा (पूजा कुमार) परमाणु वैज्ञानिक है। इन दोनों का वैवाहिक जीवन सही नहीं चल रहा है क्योंकि निरुपमा को अपने पति का लड़कियों से मिलता जुलता लुक नहीं भाता। वह उससे अलग होने के बहाने खोजने में लगी है। एक बार वह कुछ सोचकर अपने पति के पीछे एक जासूस को लगा देती है ताकि वह कुछ पुख्ता सबूत ढूंढ कर लाए जिससे कि वह तलाक ले सके। जासूस उसे मस्जिद में नमाज पढ़ता हुआ देखता है और यह बात निरुपमा को बताता है तो वह भी चौंक जाती है कि विसाम मुस्लिम है। धीरे धीरे जासूस पीछा करते हुए आतंकवादियों के उस अड्डे तक जा पहुंचता है जहां अमेरिका में परमाणु बम विस्फोट करने की साजिश बनाई जा रही है। इन आतंकवादियों के तार अफगानिस्तान से जुड़े हैं। अभिनय के मामले में कमल हासन सब पर भारी रहे। उनके फिल्म में कई लुक हैं और हर लुक में दर्शक उन्हें सराहेंगे। राहुल बोस भी कमल को अच्छी टक्कर देते नजर आये हैं जबकि शेखर कपूर कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ सके। पूजा कुमार का काम भी पसंद आयेगा। फिल्म का गीत संगीत फिल्म की गति को आगे बढ़ाता है। फिल्म के स्टंट दृश्य सभी दर्शकों को पसंद आएंगे। फिल्म की गति को कहीं भी धीमा नहीं पडऩे देना और कहानी को पटरी से नहीं उतरने देना निर्देशक की बड़ी कामयाबी रही है।