04-Feb-2013 11:38 AM
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दिन भर ऑफिस में काम और भागदौड़ के बीच आज तनाव हमारे लिए समस्या नहीं बल्कि रुटीन का हिस्सा बन चुका है। आप अपने बढ़ते तनाव के लिए कभी कामकाज और दफ्तर के माहौल को दोष देते हैं या फिर किसी गहरी समस्या को, लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि आपकी भी कुछ ऐसी आदते हैं जो तनाव को बढ़ाने का काम करती हैं। आइए जानें, कौन सी आदतें बढ़ा सकती हैं तनाव।
पर्याप्त नींद न लेना: स्वस्थ शरीर के लिए प्रतिदिन आठ घंटे की नींद बहुत जरूरी है। अगर आप दिन में आठ घंटे से कम नींद लेते हैं तो तनाव की आशंका बढ़ सकती है। ऐसे में मन शांत रहे और आप तनाव रहित रहें इसके लिए अपनी नींद के साथ को समझौता न करें।
खानपान में गड़बड़ी: भोजन के बीच लंबे अंतराल से भी हमें गुस्सा अधिक आता है और तनाव का स्तर बढ़ जाता है। स्वस्थ व तनावमुक्त रहने के लिए समय पर भोजन करें और हेल्दी डाइट लें।
बहुत देर कर काम: ऑफिस में घंटों तक काम करने के बाद आप फिर घर आकर भी उसी काम में लग जाते हैं तो समझ लें कि आपके काम का बोझ आपको बहुत जल्द ही तनावग्रस्त कर देगा। यहां तक कि यह अवसाद की स्थिति में भी पहुंचा सकता है।
दोस्त और परिवार से दूरी: समय के अभाव के कारण दोस्ती और बातचीत आज सिर्फ सोशल नेटवर्किंग वेसबाइसट्स और मोबाइल फोन तक ही रह गई है। ऐसे में अकेलापन कुछ इस तरह बढ़ गया है कि यह हमारे तनाव का कारण होता जा रहा है। ऐसे में अपने रुटीन को कुछ इस तरह मैनेज करें कि दोस्तों और परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकें।
व्यायाम नहीं करना : रोज व्यायाम करें और पूरी तरह स्वस्थ रहें। व्यायाम जैसी शारीरिक गतिविधियों की कमी से भी तनाव बढ़ता है। व्यायाम करने से शरीर में ऊर्जा का प्रवाह रहता है और आप तरोताजा रहते हैं। चारों तरफ व्यस्तता के बीच अपने लिए ही समय निकालना सबसे मुश्किल होता है जो आगे चलकर तनाव की स्थिति में डाल सकता है। इससे बचने के लिए जीवनशैली से संबंधित आदतों में सुधार बेहद जरूरी है।

विटामिन डी की कमी से डायबिटीज: शारीरिक विकास के लिए विटामिन डी कितना जरूरी है यह तो सभी जानते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि विटामिन डी की कमी से टाइप 1 डायबिटीज की आशंका बहुत बढ़ जाती है। हाल में युरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज (ईएएसडी) की पत्रिका डायबिटोलॉजिया में यह शोध प्रकाशित हुआ है। शोध के दौरान 2000 लोगों के रक्त का छह सालों तक परीक्षण किया गया। शोधकर्ता सेड्रिक गार्लेन्ड ने बताया, च्पहले भी कई अध्ययनों में विटामिन डी और टाइप 1 डायबिटीज के संबंधों पर इस तरह की थ्योरी दी जा चुकी है पर परीक्षण के आधार पर हमने पहली बार इस बात को साबित किया है। शोध के दौरान शोधकर्ताओं ने टाइप 1 डायबिटिक रोगियों के खून के 1000 नमूनों को इक_ा किया और स्वस्थ लोगों के खून के 1000 नमूनों को इक_ा किया। इनके परीक्षण के बाद पाया कि टाइप 1 डायबिटिक लोगों के रक्त के नमूनों में हाइट्रोऑक्सीविटामिन डी की कमी है। हालांकि गार्लेन्ड यह भी मानते हैं कि टाइप 1 डायबिटीज के उपचार में कितनी मात्रा में और किस तरह विटामिन डी का सेवन फायदेमंद है, इसके बारे में अभी उन्हें पूरी जानकारी नहीं है। फिर भी इस शोध से डायबिटीज के उपचार में बहुत हद तक फायदा मिलेगा, इस बारे में कोई शक नहीं है।
तो बरतें ये सावधानियां: दफ्तर में कुर्सी पर देर तक बैठकर काम करने से क्या आपको गर्दन या कमर में खिंचाव महसूस होता है? अगर ऐसा है तो इसे हल्के में न लें और भविष्य में होने वाली कमर और रीढ़ संबंधी समस्याओं का इशारा मानें। बंदर से वनमानुष और वनमानुष से अदिमानव यानी मनुष्य का विकास क्यों हुआ? ताकि वह सीधा चल सके, दौड़ सके और जंगल में आसानी से शिकार कर सके। लेकिन आज के दौर में हमारे रुटीन का सबसे बड़ा हिस्सा कहां बीतता है- दफ्तर में बैठकर काम करते हुए। ऐसे में हमारी जीवनशैली की इस मजबूरी के चलते हमारे शरीर का पूरा उपयोग सही से हो ही नहीं हो पा रहा है तो समस्याएं तो होंगी ही। हाल में आस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अपने नए शोध में यह माना कि जो लोग दिन में 11 घंटे से अधिक समय तक बैठते हैं उनके समय से पहले मरने की आशंका दूसरों की अपेक्षा अधिक होती है। अधिक देर तक बैठने के दुष्परिणामों के ऊपर ऐसे ही कई शोध पहले भी सामने आ चुके हैं। तो अगर आप भी दिन भर दफ्तर में बैठकर काम करते हैं तो इन उपायों से अपनी फिटनेस बरकरार रखें।
डायबिटिक हैं तो डाइट में लें मशरूम
आमतौर पर डायबिटीज के रोगी के लिए भोजन में बहुतेरे परहेज होते हैं लेकिन अगर आपको मशरूम पसंद है तो इसका सेवन आपकी सेहत के लिए और भी फायदेमंद होगा। हाल में एक शोध के दौरान इस बात का पता चला है कि मशरूम का डाइट में नियमित रूप से सेवन डायबिटिक रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। च्मशरूम का सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इन न्यूट्रिशनल तत्व तो अधिक होते हैं ही, साथ ही इनमें शक्कर बिल्कुल नहीं होता है। डायबिटीज में इनका सेवन ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार साबित होता है।ज् मशरूम के फायदों पर कई तरह के शोध हो चुके हैं और अब यह बात प्रमाणित है कि मशरूम में कैंसर, एचआइवी संक्रमण और कई गंभीर रोगों के उपचार के गुण मौजूद हैं। इतना ही नहीं, अगर आप वजन घटाने के लिए डाइटिंग व एक्सरसाइज को खासा तवज्जो देते हैं तो आपको डाइट में मशरूम का सेवन जरूर करना चाहिए। इसके सेवन से वजन कम करने में आसानी होती है।
द्यडॉ. मोती सिंह