17-Aug-2013 06:15 AM
1234748
विराट कोहली की किस्मत इस दृष्टि से जोरदार है कि उन्हें एक दमदार टीम मिली है और प्रतिद्वंद्वी उतने मजबूत नहीं थे। बहरहाल वेस्टइंडीज में जीतने के बाद जिम्बाम्बे को पराजित करना एक सुखद अनुभव

कहा जा सकता है। क्योंकि इस टीम में भुवनेश्वर और अश्विन जैसे गेंदबाज तथा धोनी जैसा कप्तान नहीं था। नए खिलाडिय़ों के बल पर भारत ने जिम्बाम्बे को उसी धरती पर लगातार पांच मैचों में पराजित किया। विश्व क्रिकेट में जिम्बाम्बे को उतना प्रभावशाली देश नहीं समझा जाता। वहां आंतरिक हालातों के चलते क्रिकेट की स्थिति दयनीय हो चुकी है। वहां की टीम अब उतनी दमदार नहीं रही। जिम्बाम्बे को उसकी जमीन पर हराना एक जमाने में कभी कठिन हुआ करता था। लेकिन लगता है अब भारत ने विदेशी धरती पर जीतना सीख लिया है। इंग्लैंड में चैम्पियन्स ट्रॉफी जीतने के बाद भारत ने अपने मजबूत इरादों का परिचय दे दिया था। इस टूर्नामेन्ट के बाद भारत एक शक्तिशाली टीम के रूप में पहचान स्थापित कर चुका है। भारत का प्रदर्शन लगातार सुधर रहा है और आने वाले दिनों में भारत को कई महत्वपूर्ण सीरिज खेलनी है जो मजबूत टीमों के खिलाफ है देखना है भारत अफ्रीका और आस्टेलिया के खिलाफ भी इसी दमदारी से खेल पाता है या नहीं।