ट्रंप को झटका
19-Nov-2018 09:46 AM 1234830
अमेरिका में हुए मध्यावधि चुनावों के परिणाम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए करारा झटका माना जा रहा है। तस्वीर साफ होने लगी है कि अब डेमोक्रेटिक पार्टी का कांग्रेस के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में नियंत्रण हो जायेगा। हालांकि उनकी रिपब्लिकन पार्टी का उच्च सदन सीनेट में नियंत्रण बना रह सकता है। इन परिणामों से वाशिंगटन में शक्ति संतुलन बदल जाने की आशा है। साल 2016 में हुये चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी का कांग्रेस के दोनों सदनों में बहुमत था पर अब मध्यावधि चुनावों के परिणाम से राष्ट्रपति ट्रम्प को शासन चलाने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है। हालांकि देश भर में मतगणना अभी जारी है और कुछ राज्यों में मतदान चल भी रहा है। वहीं दूसरी ओर दो मुस्लिम महिलाएं चुनाव जीत गई हैं। मध्यावधि चुनावों में कई रिकॉर्ड भी बने। पहली बार बड़ी संख्या में मतदाता वोट डालने के लिए निकले और पहली बार दो मुस्लिम महिलाओं, एक सबसे कम उम्र की महिला को कांग्रेस में भेजा है। इनके अलावा एक समलिंगी पुरूष को गवर्नर पद के लिए चुना गया है। इल्हान उमर नाम की मुस्लिम महिला ने मिन्नेसोटा की पांचवीं कांग्रेसनल डिस्ट्रिक से और राशिदा तालिब ने मिशीगन की 13 वीं कांग्रेसनल डिस्ट्रिक सीट से जीत दर्ज की। दोनों कांग्रेस के लिए चुनी गई पहली मुस्लिम महिलाएं बन गई हैं। ये दोनों विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी के टिकट पर विजयी हुई है। उमर, इसके अलावा ऐसी पहली सोमाली-अमेरिकी महिला हैं जो कांग्रेस में पहुंचेंगी। वह दो दशक पहले बतौर शरणार्थी अमेरिका आईं थीं। उमर की तरह तालिब भी, फलीस्तीन से आये एक शरणार्थी परिवार की पुत्री हैं। उमर और राशिदा के बाद कांग्रेस में मुसलमान समुदाय के लोगों की संख्या बढ़कर चार हो जायेगी। उनके अलावा दो अन्य मुसलमान पुरूष पहले से ही कांग्रेस में हैं। महज 29 साल की न्यूयार्क डेमोक्रेटिक कांग्रेसनल प्रत्याशी अलेक्जेंडरिया ओकासिओ-कॉर्टेज ने जीत के साथ कांग्रेस में पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की महिला का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। लातिन अमेरिकी देश प्यूर्टोरिको के माता-पिता की इस संतान ने रिपब्लिकन उम्मीदवार जो क्रोले को हरा कर ये उपलब्धि हासिल की। इनके अलावा जेयर्ड पोलिस गवर्नर पद के लिए चुने गये हैं। इस पद पर पहुंचने वाले वह देश के पहले समलैंगिक (गे) पुरूष होंगे। वे खुद के समलिंगी होने की सार्वजनिक घोषणा कर चुके हैं। पोलिस समते कई एलजीबीटी उम्मीदवार इस बार गवर्नर पद की दौड़ में शामिल थे। अमरीकी संसद के मध्यावधि चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी ने आठ साल बाद कांग्रेस के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में बहुमत हासिल किया है। पार्टी को 28 सीटों का फायदा हुआ है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मिले इस बड़े झटके के पीछे महिलाओं की बड़ी भूमिका है। मतदान के बाद आए एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार महिलाओं ने ट्रंप के खिलाफ बढ़-चढ़कर मतदान किया। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार इस उत्साह का नतीजा मतदान में 19 प्रतिशत के अंतर में दिखा। 59 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने डेमोक्रेटिक पार्टी जबकि 40 प्रतिशत ने रिपब्लिकन पार्टी को वोट दिए। मध्यावधि चुनाव में यह अब तक का सबसे बड़ा अंतर है। ऐसे आंकड़े करीब 30 साल पहले देखने को मिले थे। तब 1982 में 58 प्रतिशत महिलाओं ने डेमोक्रेटिक पार्टी और 41 प्रतिशत महिलाओं ने रिपब्लिकन पार्टी के पक्ष में मतदान किया था। शायद यही कारण है कि डेमोक्रेटिक नेता नैंसी पेलोसी ने वाशिंगटन में जीत के बाद अपने भाषण में मतदाताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि कल से एक नए अमरीका का निर्माण होगा। इस चुनाव में 99 महिलाएं उम्मीदवार थीं। न्यूयॉर्क की 29 वर्षीय डेमोक्रेटिक प्रत्याशी अलेक्जेंडरिया ओकासिओ-कॉर्टेज कांग्रेस में पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की महिला बनी हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी की इल्हान उमर और राशिदा तालिब पहली बार कांग्रेस में जगह बनाने वाली मुस्लिम महिलाएं हैं। कैंसस से शाराइस डेविड्स और न्यू मैक्सिको से डेब्रा हालांद उत्तरी-दक्षिणी अमरीका और कैरिबियन मूल की महिला हैं जो पहली बार कांग्रेस के लिए चुनी गई हैं। माना जा रहा है कि 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला होगा। राष्ट्रपति ट्रंप को आव्रजन, कर और स्वास्थ्य देखभाल से जुड़े कानूनों में अपने नीति के अनुसार बदलाव कांग्रेस से पारित करवाना अब आसान नहीं होगा। प्रशासन में जल्द बदलाव कर सकते हैं डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी मध्यावधि चुनावों के नतीजे घोषित होने के एक दिन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए कि उनकी कैबिनेट में कुछ बदलाव हो सकते हैं। उन्होंने अपने प्रशासन और व्हाइट हाउस के कई वरिष्ठ पदों पर भी बदलाव का इशारा किया। राष्ट्रपति ने पत्रकारों को बताया कि करीब एक हफ्ते में उनके प्रशासन में संभवत:Ó बदलाव हो सकते हैं। अटॉर्नी जनरल जेफ सेशंस ने ट्रंप के अनुरोध पर इस्तीफा दे दिया जबकि संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हैली पहले ही इस्तीफा दे चुकी हैं। वह इस साल के अंत तक ट्रंप प्रशासन का कामकाज छोड़ेंगी। खबरों के मुताबिक, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स भी जल्द ही पद छोड़ सकती हैं। - संजय शुक्ला
FIRST NAME LAST NAME MOBILE with Country Code EMAIL
SUBJECT/QUESTION/MESSAGE
© 2025 - All Rights Reserved - Akshnews | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^