01-Nov-2017 07:37 AM
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भ्रष्टाचार और घोटालों को सरकारी नीतिÓ बनाने वाले लालू प्रसाद यादव आज घोषित तौर पर तो ढाई सौ करोड़ के मालिक हैं, लेकिन उनकी और उनके परिवार की बेनामी संपत्ति का आंकलन करें तो यह डेढ़ हजार करोड़ से भी अधिक हो जाती है। लालू प्रसाद एंड फैमिली ने सत्ता का दुरुपयोग करके भ्रष्ट तरीकों से हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है। आलम यह है कि आज प्रदेश के आम लोग लालू एंड फैमिली को बिहार का सबसे बड़ा जमींदार परिवारÓ
कहने लगे हैं। यहां तक कि अपने नौकरों, अधीनस्थों से भी जबरन या लालच के कारण जमीन हथियाने का आरोप लगा है लालू एंड फैमिली पर।
16 अक्टूबर को एक और खुलासा हुआ है जिसमें लालू यादव पर चंद्रकांता देवी नाम की महिला से जमीन लिखवाई गई है। दरअसल चंद्रकांता देवी ने 8 दिसंबर 2006 को पटना के मनेर इलाके में 8.6 लाख रुपये कीमत की 318 डिसमिल जमीन लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती को दान में दे दी। इतना ही नहीं जमीन दान के वक्त लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य को मीसा भारती बताकर पेश किया गया, जबकि डीड में मीसा भारती का हस्ताक्षर बतौर गवाह दर्ज है। बहरहाल सवाल उठ रहे हैं कि मीसा भारती ने चंद्रकांता देवी की आखिर क्या सेवा या मदद की, जिससे खुश होकर उन्होंने अपने बच्चों के रहते यह जमीन उन्हें
दे दी?
दरअसल लालू प्रसाद पर राजद नेताओं को मंत्री पद देकर उनकी जमीन कब्जाने का भी आरोप है। इसके अलावा रेलमंत्री रहने के दौरान आम लोगों को नौकरी देकर उनकी जमीन हथियाने का आरोप है। इन मामलों में जमीनें लालू के बेटों को दान की गई हैं। अब लोग पूछ रहे हैं क्या आपकी इतनी आय गाय से हुई है? लालू प्रसाद द्वारा बिहार के गरीब-गुरबे जनता के साथ किए गए धोखे और पापोंÓ की फेहरिस्त इतनी लंबी है कि उसमें पूरा परिवार उलझा हुआ है। 1990 से 97 के दौरान लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे, इसी दौरान बिहार में चारा घोटाला हुआ। इस घोटाले में बिहार सरकार के राजस्व में 1000 करोड़ की गड़बड़ी की गई। 30 सितंबर 2013 को 44 अन्य के साथ सीबीआई कोर्ट ने लालू यादव को इस मामले में दोषी ठहराया गया।
सीबीआई ने जुलाई महीने के शुरुआत में वर्ष 2006 के एक मामले में कथित अनियमितता के आरोप में लालू यादव के खिलाफ केस दर्ज किया। इसके साथ ही सीबीआई ने लालू और उनके परिवार से जुड़े 12 ठिकानों पर छापा भी मारा गया। ये सभी ठिकाने दिल्ली, पटना, रांची और गुरुग्राम में हैं। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि रांची और पुरी के दो होटलों की देखभाल और मरम्मत के लिए निकाले गए टेंडर में गड़बडिय़ां पाई गई हैं। इन दोनों होटलों को टेंडर के जरिए सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था। 20 जून को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों की जब्त की गई संपत्ति की एक सूची जारी की। आईटी डिपार्टमेंट ने लालू के रिश्तेदारों की 12 संपत्तियां जब्त की हैं। इनमें कुछ लालू की बेटी मीसा भारती की और उनके पति शैलेश कुमार की हैं। साथ ही बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, रागिनी और चंदना यादव की हैं। लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ बिहार के सबसे बड़े मॉल का प्रमोशन कर रही कंपनी में भारी शेयर रखने का आरोप है। लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के खिलाफ कथित तौर पर जमीन कब्जाने और पेट्रोल पंप रखने का आरोप है। लालू की तीन बेटियों मीसा, रागिनी और हेमा के खिलाफ भी शेल (मुखौटा) कंपनियों में डायरेक्टर होने का आरोप है।
15 साल में बिहार में कितना काम-काज किया
लालू प्रसाद सामाजिक बदलाव के प्रतीक के तौर पर बिहार की सत्ता में आए थे, लेकिन उन्होंने सामाजिक परिवर्तन के इस राजनीतिक अवसर को अपनी फैमिली की सुख समृद्धि को बढ़ाने के लिए ही उपयोग किया। धीरे-धीरे बिहार जंगलराज में तब्दील हो गया था। जंगलराज से मतलब नेताओं, नौकरशाहों, व्यापारियों, अपराधियों के आपराधिक सांठगांठ से है। लालू-राबड़ी के शासन में भी ऐसे ही नेक्सस बने थे। अराजक शासन की नजीर बन गया बिहार लगातार विकास के हर मानक पर पिछड़ता चला गया। सड़कों के निर्माण के लिए आए अलकतरा में घोटाला, चारा घोटाला, स्टाम्प घोटाला, बाढ राहत घोटाला, चरवाहा विद्यालय घोटाला न जाने कितने ही घोटाले-फर्जीवाड़े।
- विनोद बक्सरी