17-Oct-2015 07:11 AM
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एक्ट्रेस राधिका आप्टे की पिछले दिनों आई शॉर्ट फिल्म अहल्या ने दर्शकों का काफी ध्यान खींचा था। राधिका का कहना है कि एक्सपेरिमेंट और टैलेंट के लिए शॉर्ट फिल्में बेहतरीन प्लैटफॉर्म होती हैं।

राधिका ने कहा, शॉर्ट फिल्में बहुत अच्छा प्लैटफॉर्म होती हैं क्योंकि फीचर फिल्म के मुकाबले इसकी प्रोडक्शन लागत बहुत कम होती है और आप काफी एक्सपेरिमेंट भी कर सकते हैं क्योंकि बहुत कम चीजें दांव पर लगी होती हैं। अगर बहुत सारे लोग शॉर्ट फिल्में देखना शुरू कर दें तो बहुत सारे कलाकारों के लिए अच्छा होगा। राधिका थिएटर बैकग्राउंड से हैं और उन्होंने 2005 में आई फिल्म वाह लाइफ हो तो ऐसी से बॉलीवुड में शुरुआत की थी। राधिका बेहद अलग तरह के किरदार चुनती हैं। हालांकि वो कहती हैं कि उन्हें कमर्शियल सिनेमा और आर्टहाउस सिनेमा के बीच अंतर करना पसंद नहीं। राधिका ने कहा, मैं अलग-अलग तरह की फिल्में और रोल करने की कोशिश कर रही हूं। मुझे कैटेगराइज (वर्गीकृत) करना पसंद नहीं है। कई काबिल फिल्म निर्देशकों के साथ काम कर चुकी राधिका का कहना है कि वो उन्हीं निर्देशकों के साथ दोबारा काम करना चाहती हैं। उन्होंने कहा, अनुराग कश्यप, अनुराग बसु, सुजॉय घोष, श्रीराम राघवन, हर्ष, केतन मेहता और लीना यादव....मैं इन लोगों के साथ काम कर चुकी हूं और उनके साथ दोबारा काम करना चाहती हूं।