चौहान और शुक्ल सम्मानित हुए
19-Jan-2015 11:04 AM 1234785

ज  नवरी के पहले पखवाड़े में प्रदेश के दो लोकसेवकों को मिले सम्मान से प्रदेश का गौरव बढ़ा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भारतीय छात्र संसद फाउंडेशन ने महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक गरिमामय समारोह में आदर्श मुख्यमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया  और उधर मध्यप्रदेश के ही ऊर्जामंत्री राजेन्द्र शुक्ल को दिल्ली में हुए राष्ट्रीय ऊर्जा सम्मेलन पॉवर फोकस मेंं केंद्रीय ऊर्जामंत्री पीयूष गोयल द्वारा सम्मानित किया गया। इन दोनों हस्तियों को मिले सम्मान ने प्रदेश को गौरवान्वित किया है। हाल ही में मध्यप्रदेश मेंं सभी मंत्रियों ने अपने रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किए हैं जिनमें प्रदेश के हालातों में हुए गुणात्मक परिवर्तन का ब्यौरा है। ऐसे मौके पर यह पुरस्कार मध्यप्रदेश के लोकसेवकों का उत्साहवर्धन करेंगे।
पुणे में भारतीय छात्र संसद द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सम्मान समारोह में देश की विशिष्ट विभूतियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री लोबसांग सांगेय, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडऩवीस, पुणे के सांसद अनिल सिरोले, भारतीय छात्र संसद के चेयरमेन, स्वच्छ भारत अभियान की सलाहकार परिषद के अध्यक्ष एवं प्रख्यात वैज्ञानिक पद्मविभूषण डॉ. रघुनाथ ए. माशेलकर, मध्यप्रदेश के गौरव एवं उन्नत भारत अभियान की सलाहकार परिषद के अध्यक्ष, परम सुपर कम्प्यूटर के जनक पद्मश्री डॉ. विजय भटकर, महाराष्ट्र अकादमी ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड एजुकेशन रिसर्च पुणे के संस्थापक एवं अध्यक्ष प्रो. विश्वनाथ कराड़, प्रख्यात उद्योगपति डॉ. अभय फिरोदिया, भारतीय छात्र संसद के संस्थापक एवं संयोजक राहुल कराड़ सहित पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्तरप्रदेश शैलजाकांत मिश्रा सहित राजनीतिक जाग्रति के इच्छुक हजारों छात्र नेता और नेत्री उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने सम्मान के जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री या सामाजिक जीवन में प्राप्त कोई भी पद दम्भ या अहंकार के लिये नहीं बल्कि देश और प्रदेश की सेवा के लिये होता है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद उनके प्रेरणा-स्रोत हैं। सबको जीवन में संकल्प करना चाहिये कि कैसे मानव-जीवन में सर्वश्रेष्ठ करें। उन्होंने कहा कि भारत मत-मतांतर का देश है, किन्तु ऐसा राष्ट्र है जो सभी के सुखी, निरोगी होने, सबके मंगल-कल्याण की कामना करता है। वह यह भी मानता है कि चाहे जिस रास्ते पर चलो अंत में पहुंचोगे एक ही परमात्मा के द्वार पर। उन्होंने कहा कि यदि दुनिया में सभी इन आदर्शों को अपना लें तो सारे झगड़े स्वमेव समाप्त हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि भारत इन्हीं आदर्शों के बल पर विश्व को मानवता का दिग्दर्शन करवायेगा। चौहान ने बताया कि उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद मध्यप्रदेश ने बीमारू राज्य से विकसित राज्य की ओर तेजी से कदम बढ़ाये। आज विकास दर में देश का नम्बर एक राज्य है और कृषि विकास दर में तो देश ही नहीं विश्व में सबसे आगे है।  ऊर्जा क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्यों के लिए ऊर्जा विषय पर हुए राष्ट्रीय सम्मेलन पॉवर फोकसÓ में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने इससे पूर्व 10 जनवरी को नई दिल्ली मेें जब मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल को अवार्ड प्रदान किया गया, उस वक्त केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने ऊर्जा क्षेत्र की हस्तियों की मौजूदगी में मध्यप्रदेश द्वारा ऊर्जा और गैर-परम्परागत ऊर्जा के क्षेत्र में अपनाए गए नवाचार, विद्युत उत्पादन वृद्धि, वितरण प्रणाली में सुधार, घरेलू और कृषि क्षेत्र में विद्युत वितरण के लिये पृथक-पृथक फीडर की प्रक्रिया को अमली जामा देने जैसे अनुकरणीय प्रयासों की मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की।
पेनल डिस्कशन में ऊर्जा मंत्री शुक्ल ने विगत 12 वर्ष में विद्युत उत्पादन एवं वितरण के क्षेत्र में किये गये समर्पित प्रयासों का सिलसिलेवार उल्लेख किया। ये दोनों सम्मान और कृषि कर्मण जैसे अवार्ड इस बात को रेखांकित करते हैं कि मध्यप्रदेश में हर मोर्चे पर श्रेष्ठतम कार्य हो रहा
ज  नवरी के पहले पखवाड़े में प्रदेश के दो लोकसेवकों को मिले सम्मान से प्रदेश का गौरव बढ़ा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भारतीय छात्र संसद फाउंडेशन ने महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक गरिमामय समारोह में आदर्श मुख्यमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया  और उधर मध्यप्रदेश के ही ऊर्जामंत्री राजेन्द्र शुक्ल को दिल्ली में हुए राष्ट्रीय ऊर्जा सम्मेलन पॉवर फोकस मेंं केंद्रीय ऊर्जामंत्री पीयूष गोयल द्वारा सम्मानित किया गया। इन दोनों हस्तियों को मिले सम्मान ने प्रदेश को गौरवान्वित किया है। हाल ही में मध्यप्रदेश मेंं सभी मंत्रियों ने अपने रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किए हैं जिनमें प्रदेश के हालातों में हुए गुणात्मक परिवर्तन का ब्यौरा है। ऐसे मौके पर यह पुरस्कार मध्यप्रदेश के लोकसेवकों का उत्साहवर्धन करेंगे।
पुणे में भारतीय छात्र संसद द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सम्मान समारोह में देश की विशिष्ट विभूतियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री लोबसांग सांगेय, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडऩवीस, पुणे के सांसद अनिल सिरोले, भारतीय छात्र संसद के चेयरमेन, स्वच्छ भारत अभियान की सलाहकार परिषद के अध्यक्ष एवं प्रख्यात वैज्ञानिक पद्मविभूषण डॉ. रघुनाथ ए. माशेलकर, मध्यप्रदेश के गौरव एवं उन्नत भारत अभियान की सलाहकार परिषद के अध्यक्ष, परम सुपर कम्प्यूटर के जनक पद्मश्री डॉ. विजय भटकर, महाराष्ट्र अकादमी ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड एजुकेशन रिसर्च पुणे के संस्थापक एवं अध्यक्ष प्रो. विश्वनाथ कराड़, प्रख्यात उद्योगपति डॉ. अभय फिरोदिया, भारतीय छात्र संसद के संस्थापक एवं संयोजक राहुल कराड़ सहित पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्तरप्रदेश शैलजाकांत मिश्रा सहित राजनीतिक जाग्रति के इच्छुक हजारों छात्र नेता और नेत्री उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने सम्मान के जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री या सामाजिक जीवन में प्राप्त कोई भी पद दम्भ या अहंकार के लिये नहीं बल्कि देश और प्रदेश की सेवा के लिये होता है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद उनके प्रेरणा-स्रोत हैं। सबको जीवन में संकल्प करना चाहिये कि कैसे मानव-जीवन में सर्वश्रेष्ठ करें। उन्होंने कहा कि भारत मत-मतांतर का देश है, किन्तु ऐसा राष्ट्र है जो सभी के सुखी, निरोगी होने, सबके मंगल-कल्याण की कामना करता है। वह यह भी मानता है कि चाहे जिस रास्ते पर चलो अंत में पहुंचोगे एक ही परमात्मा के द्वार पर। उन्होंने कहा कि यदि दुनिया में सभी इन आदर्शों को अपना लें तो सारे झगड़े स्वमेव समाप्त हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि भारत इन्हीं आदर्शों के बल पर विश्व को मानवता का दिग्दर्शन करवायेगा। चौहान ने बताया कि उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद मध्यप्रदेश ने बीमारू राज्य से विकसित राज्य की ओर तेजी से कदम बढ़ाये। आज विकास दर में देश का नम्बर एक राज्य है और कृषि विकास दर में तो देश ही नहीं विश्व में सबसे आगे है।  ऊर्जा क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्यों के लिए ऊर्जा विषय पर हुए राष्ट्रीय सम्मेलन पॉवर फोकसÓ में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने इससे पूर्व 10 जनवरी को नई दिल्ली मेें जब मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल को अवार्ड प्रदान किया गया, उस वक्त केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने ऊर्जा क्षेत्र की हस्तियों की मौजूदगी में मध्यप्रदेश द्वारा ऊर्जा और गैर-परम्परागत ऊर्जा के क्षेत्र में अपनाए गए नवाचार, विद्युत उत्पादन वृद्धि, वितरण प्रणाली में सुधार, घरेलू और कृषि क्षेत्र में विद्युत वितरण के लिये पृथक-पृथक फीडर की प्रक्रिया को अमली जामा देने जैसे अनुकरणीय प्रयासों की मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की।
पेनल डिस्कशन में ऊर्जा मंत्री शुक्ल ने विगत 12 वर्ष में विद्युत उत्पादन एवं वितरण के क्षेत्र में किये गये समर्पित प्रयासों का सिलसिलेवार उल्लेख किया। ये दोनों सम्मान और कृषि कर्मण जैसे अवार्ड इस बात को रेखांकित करते हैं कि मध्यप्रदेश में हर मोर्चे पर श्रेष्ठतम कार्य हो रहा है।

अक्स ब्यूरो

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