19-Jan-2015 08:52 AM
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टेस्ट क्रिकेट में भारत भले ही ऑस्ट्रेलिया में श्रृंखला 2-0 से हार गया हो। लेकिन भारतीय बल्लेबाजी का दमखम यहां देखने को मिला। भारतीय टीम ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और लगभग सभी प्रमुख
बल्लेबाज अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन करने में सफल रहे। धवन और रैना आशानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए। लेकिन धोनी की विदाई का असर टीम के प्रदर्शन पर नहीं पड़ा। ऑस्ट्रेलिया की पिचें विराट कोहली को बहुत पसंद आ गई हैं और त्रिकोणीय श्रृंखला में यह जांबाज खिलाड़ी कई विश्व रिकार्ड बनाने की क्षमता रखता है। रोहित शर्मा एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों में सर्वोच्च रिकार्डधारी है। उनसे बड़ी उम्मीदें हैं। यदि उनका बल्ला टेस्ट मैच में चलता तो भारत यह श्रृंखला बराबरी पर भी रोक सकता था। इधर, विश्वकप के लिए जो टीम घोषित हुई है, उसमें युवराज सिंह को दरकिनार कर स्टूअर्ट बिन्नी को शामिल करना विवाद का कारण बना। वैसे टीम संतुलित चुनी गई है। लेकिन गेंदबाजी एक बहुत बड़ी कमजोरी है। भारत के गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में उतने सफल नहीं रहे हैं। सटोरिए भारत को विश्वकप का फेवरेट मान रहे हैं। लेकिन दक्षिण अफ्रीका पाकिस्तान और इंग्लैंड भी कम नहीं है। भारत का पहला मुकाबला पाकिस्तान से है। यदि भारत पाकिस्तान के खिलाफ जीत गया, तो आधी खुशी तो वैसे ही मिल जाएगी। उसके बाद भारत विश्वकप जीते या हारे विशेष फर्क नहीं पड़ेगा। भारतीय टीम भी पहला मैच जीतने के लक्ष्य से अभ्यास कर रही है। जिसका एक नमूना त्रिकोणीय श्रृंखला में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के खिलाफ देखने को मिलेगा।
आशीष नेमा